बिहार के चार प्रमुख शहरों—मुजफ्फरपुर, दरभंगा, गया और भागलपुर—में मेट्रो (Metro) सेवा शुरू होने की संभावना ने एक नए युग की शुरुआत का संकेत दिया है। राइट्स एजेंसी द्वारा किए गए सर्वेक्षण का काम पूरा हो चुका है, और इसकी रिपोर्ट नगर विकास एवं आवास विभाग को सौंप दी गई है। अब राज्य सरकार विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने की प्रक्रिया शुरू करेगी। यदि सब कुछ योजना के अनुसार चला, तो 2029 से पहले इन शहरों में मेट्रो ट्रेनें दौड़ने लगेंगी, जो न केवल यातायात सुविधा को बढ़ाएंगी बल्कि आर्थिक और सामाजिक विकास को भी गति देंगी।
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सर्वेक्षण रिपोर्ट में मेट्रो के लिए प्रस्तावित रूट, स्टेशनों की संख्या, और जमीन की उपलब्धता जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं को शामिल किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, मेट्रो के कुछ हिस्से जमीन के ऊपर (एलिवेटेड) और कुछ हिस्से जमीन के नीचे (अंडरग्राउंड) चलेंगे। इसके अलावा, मेट्रो के शुरू होने के बाद आम लोगों के आवागमन पर पड़ने वाले प्रभाव का भी विस्तृत विश्लेषण किया गया है।
दरभंगा में सर्वेक्षण को अंतिम रूप देने में थोड़ा अधिक समय लगा, जबकि मुजफ्फरपुर, गया और भागलपुर की रिपोर्ट पहले ही तैयार कर ली गई थी। इसके बावजूद, एजेंसी ने नवंबर 2024 की समयसीमा को पूरा करने के लिए तीन महीने का अतिरिक्त समय मांगा, जिसे सरकार ने मंजूरी दे दी।
जुलाई 2024 में बिहार सरकार की कैबिनेट ने इन चार शहरों में मेट्रो परियोजना को मंजूरी दे दी थी। इसके बाद, नगर विकास एवं आवास विभाग ने राइट्स लिमिटेड को मेट्रो की विस्तृत योजना और वैकल्पिक विश्लेषण रिपोर्ट तैयार करने का जिम्मा सौंपा। इस काम के लिए एजेंसी को लगभग 7.02 करोड़ रुपये का भुगतान किया जाएगा।
अब राज्य सरकार डीपीआर तैयार करने की प्रक्रिया शुरू करेगी, जिसमें परियोजना की लागत, निर्माण समयसीमा, और वित्तीय व्यवस्था जैसे पहलुओं को शामिल किया जाएगा। यह रिपोर्ट केंद्र सरकार को भेजी जाएगी, जिसके बाद ही परियोजना को अंतिम मंजूरी मिलेगी।