लालू प्रसाद यादव परिवार की बड़ी बेटी और राज्यसभा सांसद मीसा भारती (Misa Bharti Attack on BJP) के बयान ने हलचल मचा दी है। उन्होंने केंद्र सरकार और भाजपा पर तीखा हमला करते हुए कहा कि “भाजपा अब भी इस भ्रम में है कि बिहार की सत्ता लालू प्रसाद यादव या राबड़ी देवी के हाथ में है, जबकि हकीकत यह है कि आज बिहार में जनता का राज है, न कि किसी का ‘जंगल राज’। भाजपा के नेताओं को अब तक यह समझ नहीं आया कि वर्तमान में मुख्यमंत्री कौन हैं।”
मीसा भारती ने यह बयान मोकामा में हुई दुलारचंद यादव की हत्या के संदर्भ में दिया। उन्होंने कहा कि “आज भी भाजपा अपराध की हर घटना को राजनीतिक चश्मे से देखती है। दो लोगों की हत्या को ‘जंगल राज’ बताना उनकी पुरानी आदत है। लेकिन बिहार की जनता अब समझ चुकी है कि अपराध पर राजनीति करने वालों की नीयत क्या है।”
राजद सांसद ने एनडीए के घोषणा पत्र पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि “अब भाजपा और जदयू को घोषणाओं की राजनीति की आदत पड़ चुकी है। वे बड़ी-बड़ी बातें करते हैं लेकिन धरातल पर कुछ नहीं होता। तेजस्वी यादव ने उपमुख्यमंत्री रहते हुए 17 महीनों में रोजगार और विकास के जो वादे किए थे, उन्हें न सिर्फ पूरा किया बल्कि गांधी मैदान में लाखों युवाओं को नियुक्ति पत्र बांटकर दिखाया। अब भाजपा बताए कि वो पैसा कहां से लाएगी, जो इतने वादे कर रही है।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए इस बयान पर कि “कांग्रेस आरजेडी को कमजोर कर रही है”, मीसा भारती ने पलटवार किया और कहा कि “अगर कांग्रेस आरजेडी को कमजोर कर रही है, तो फिर मांझी, चिराग पासवान और उपेंद्र कुशवाहा क्या भाजपा और जदयू को मजबूत कर रहे हैं? सच्चाई यह है कि भाजपा अब बिहार में अपनी जमीन खोती जा रही है, इसलिए दूसरों पर आरोप लगाना उसका नया राजनीतिक हथकंडा है।”
प्रधानमंत्री के ‘तेल-पानी वाले बयान’ पर भी मीसा भारती ने तंज कसा। उन्होंने कहा कि “यहां के लोगों को तेल-पानी पसंद नहीं, उन्हें तो घी और मढ्ढा पसंद है। भाजपा नेताओं को यह समझना होगा कि बिहार की राजनीति पेट्रोल और पॉलिसी पर नहीं, बल्कि जनता के दिलों और मुद्दों पर चलती है।”
मीसा भारती के इस बयान से साफ है कि राजद आने वाले बिहार विधानसभा चुनावों को लेकर पूरी तरह से आक्रामक रुख में है। तेजस्वी यादव की नीतियों और रोजगार के मुद्दे पर पार्टी भाजपा-जदयू गठबंधन को घेरने की रणनीति पर काम कर रही है। वहीं भाजपा की ओर से लगातार “जंगल राज” की बात उठाना, राजद को यह मौका देता है कि वह जनता के सामने अपनी उपलब्धियों और “जनता राज” की छवि को मजबूत करे।






















