विज़िनजम : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज केरल के विज़िनजम में 8,900 करोड़ रुपये की लागत से बने विज़िनजम अंतरराष्ट्रीय डीपवाटर मल्टीपर्पस सीपोर्ट का उद्घाटन किया। इस ऐतिहासिक अवसर पर आयोजित एक समारोह में पीएम मोदी ने भारत की समुद्री क्षमता और केरल की ऐतिहासिक भूमिका को रेखांकित किया।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा, “गुलामी से पहले हमारे भारत ने हजारों वर्षों की समृद्धि देखी है। एक समय में ग्लोबल जीडीपी में भारत का बड़ा हिस्सा हुआ करता था। उस समय हमारी समुद्री क्षमता हमें दूसरे देशों से अलग बनाती थी। केरल का इसमें बड़ा योगदान था।” उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि विज़िनजम बंदरगाह भारत को एक बार फिर वैश्विक व्यापार में अग्रणी बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।
केरल के बंदरगाह मंत्री वीएन वासवन ने बताया कि इस बंदरगाह ने जुलाई 2024 से अपने ट्रायल रन शुरू किए थे और 3 दिसंबर को इसे कमीशनिंग सर्टिफिकेट प्राप्त हुआ। अब तक 285 जहाजों ने यहां लंगर डाला है और 5,93,000 टीईयू (ट्वेंटी-फुट इक्विवेलेंट यूनिट) का कार्गो हैंडल किया गया है, जो औपचारिक उद्घाटन से पहले ही उम्मीदों से अधिक है। यह बंदरगाह कई वैश्विक बंदरगाहों को पीछे छोड़ चुका है।
यह परियोजना एक पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल के तहत विकसित की गई है, जिसमें अडानी विज़िनजम पोर्ट प्राइवेट लिमिटेड ने 40 साल के लिए डिजाइन, विकास, वित्तपोषण और संचालन की जिम्मेदारी ली है। केरल सरकार ने इस परियोजना में दो-तिहाई फंडिंग प्रदान की है। बंदरगाह में आधुनिक बुनियादी ढांचे की सुविधाएं हैं, जिसमें भारत का सबसे ऊंचा एसटीएस सुपर पोस्ट-पैनमैक्स क्रेन (74 मीटर ऊंचाई) और एक क्लोवरलीफ इंटरचेंज शामिल है। इसके अलावा, रेलवे कनेक्टिविटी के लिए भारत का तीसरा सबसे लंबा रेलवे टनल बनाने की योजना भी है।
पीएम मोदी ने अपने भाषण में भारत के आर्थिक इतिहास का जिक्र करते हुए कहा कि 1500 में भारत वैश्विक अर्थव्यवस्था में 24.4% हिस्सेदारी रखता था, जो 1950 तक घटकर 4.2% रह गया। यह गिरावट औपनिवेशिक काल में ब्रिटिश नीतियों के कारण हुई, जिन्होंने भारत के पारंपरिक उद्योगों और व्यापार को नुकसान पहुंचाया। विज़िनजम बंदरगाह का उद्घाटन भारत के समुद्री गौरव को पुनर्जनन देने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
इस परियोजना को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा, जिसमें कोविड-19 महामारी के कारण देरी और स्थानीय मछुआरों के विरोध प्रदर्शन शामिल हैं। नवंबर 2022 में, लैटिन कैथोलिक चर्च के नेतृत्व में मछुआरों ने विज़िनजम पुलिस स्टेशन पर हमला किया था, जिसमें 30 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। हालांकि, दिसंबर 2022 में सरकार और प्रदर्शनकारियों के बीच बातचीत के बाद विरोध प्रदर्शन समाप्त हो गए।
विज़िनजम बंदरगाह को दक्षिण एशिया में एक प्रमुख व्यापारिक केंद्र के रूप में स्थापित करने की योजना है। इसकी निकटता त्रिवेंद्रम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (15 किमी) से और अडानी समूह द्वारा दोनों का संचालन, कार्गो और यात्री परिवहन को और कुशल बनाएगा। यह बंदरगाह भारत के समुद्री इतिहास को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का वादा करता है।