मुंबई: आज मुंबई के जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर में विश्व ऑडियो विजुअल और मनोरंजन शिखर सम्मेलन (WAVES 2025) का भव्य उद्घाटन हुआ, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्य भाषण दिया। इस चार दिवसीय समिट (1 से 4 मई) में 100 से अधिक देशों के कलाकार, इनोवेटर्स, निवेशक और नीति निर्माता एक मंच पर एकत्रित हुए हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा, “आज यहां मुंबई में 100 से अधिक देशों से आए लोग एक ही छत के नीचे एकत्रित हुए हैं। यह एक तरह से ग्लोबल टैलेंट और ग्लोबल क्रिएटिविटी के एक ग्लोबल इको-सिस्टम की नींव रखने जैसा है। यह वाकई एक ‘वेव’ है।” उन्होंने भारत को वैश्विक मनोरंजन और मीडिया उद्योग का केंद्र बनाने की दिशा में इस समिट की महत्ता पर जोर दिया।
WAVES 2025 को भारत सरकार द्वारा “ऑरेंज इकोनॉमी” के तहत एक महत्वपूर्ण पहल के रूप में देखा जा रहा है, जो रचनात्मकता, आर्थिक विकास और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देती है। सूचना और प्रसारण सचिव संजय जाजू ने इसे विश्व का पहला ऐसा मंच बताया, जो पारंपरिक और उभरते मीडिया को एक साथ लाता है। समिट में AI आधारित कंटेंट क्रिएशन, बौद्धिक संपदा अधिकार, मिसइनफॉर्मेशन, मीडिया नैतिकता और सस्टेनेबल प्रोडक्शन जैसे मुद्दों पर चर्चा होगी।
मुंबई, जो भारत की वित्तीय और मनोरंजन राजधानी है, इस समिट के लिए एकदम सही मेजबान साबित हुई है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस अवसर पर इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ क्रिएटिव टेक्नोलॉजी की स्थापना की घोषणा की, जो रचनात्मक प्रतिभाओं को निखारने में मदद करेगा।
यह समिट भारत के बढ़ते कॉन्सर्ट और लाइव एंटरटेनमेंट सेक्टर को भी रेखांकित करता है, जो 2024 में 12,000 करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर चुका है और अगले तीन वर्षों में 19% की वार्षिक वृद्धि दर से बढ़ने की उम्मीद है। WAVES 2025 न केवल भारत की सांस्कृतिक समृद्धि को प्रदर्शित करेगा, बल्कि इसे वैश्विक मनोरंजन के केंद्र के रूप में स्थापित करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
इस समिट में “ग्लोबल मीडिया डायलॉग” और “WAVES डिक्लेरेशन 2025” जैसे पहल भी शामिल होंगे, जो वैश्विक मनोरंजन पारिस्थितिकी तंत्र को आकार देने में मदद करेंगे।