नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को कनाडा पहुंचे, जहां वे G7 शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। यह उनकी दस वर्षों में कनाडा की पहली यात्रा है। इस चार दिवसीय दौरे में वे साइप्रस, कनाडा और क्रोएशिया का दौरा करेंगे। इस बीच, मध्य पूर्व में जारी इजरायल-ईरान तनाव और पाकिस्तान के परमाणु हथियारों के विस्तार को लेकर चिंताएं बढ़ी हैं।
G7 शिखर सम्मेलन में मोदी की भागीदारी ऐसे समय में हो रही है, जब इजरायल और ईरान के बीच तनाव चरम पर है। इजरायल ने ईरान के परमाणु स्थलों और वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों पर हमले किए, जिसके जवाब में ईरान ने सैकड़ों बैलिस्टिक मिसाइलें इजरायल की ओर दागीं। हालांकि, इजरायल ने इनमें से कई मिसाइलों को रोक लिया, लेकिन कुछ मिसाइलें तेल अवीव और अन्य क्षेत्रों में निशाना लगाने में सफल रहीं, जिससे भारी नुकसान हुआ।
एक नई रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि पाकिस्तान के पास 2024 में लगभग 170 परमाणु हथियार थे, और 2025 तक यह संख्या 200 तक पहुंच सकती है। यह रिपोर्ट स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) की ओर से जारी की गई है। पाकिस्तान के परमाणु हथियारों के विस्तार और उसकी “नो फर्स्ट यूज” नीति न अपनाने से क्षेत्रीय सुरक्षा को लेकर चिंताएं और बढ़ गई हैं।
इजरायल और ईरान के बीच जारी संघर्ष ने पाकिस्तान को भी चिंतित किया है, क्योंकि पाकिस्तान ईरान का पड़ोसी है। इजरायल की ओर से ईरान के परमाणु कार्यक्रम को निशाना बनाने और उसके वैज्ञानिकों की हत्या से ईरान का परमाणु कार्यक्रम कई वर्षों पीछे चला गया है। ऐसे में पाकिस्तान को डर है कि इजरायल उसकी ओर भी निशाना साध सकता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने साइप्रस से कनाडा तक की यात्रा के दौरान कूटनीतिक संदेश भेजे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि G7 शिखर सम्मेलन में भारत की भूमिका क्षेत्रीय सुरक्षा और परमाणु प्रसार जैसे मुद्दों पर महत्वपूर्ण होगी। मोदी की उपस्थिति से पाकिस्तान की बोलती बंद होने की संभावना है, क्योंकि भारत और इजरायल के बीच गहरी सैन्य और तकनीकी सहयोग है।
G7 शिखर सम्मेलन में मोदी की भागीदारी ऐसे समय में हो रही है, जब मध्य पूर्व में तनाव अपने चरम पर है और पाकिस्तान के परमाणु हथियारों के विस्तार से क्षेत्रीय सुरक्षा को खतरा बढ़ गया है। इस बैठक में भारत की भूमिका न केवल क्षेत्रीय स्थिरता सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण होगी, बल्कि पाकिस्तान को उसके कार्यों के लिए जवाबदेह ठहराने में भी मददगार साबित हो सकती है।