नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने आज एक प्रेस ब्रीफिंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच कनाडा में प्रस्तावित बैठक के रद्द होने पर स्पष्टीकरण दिया। पुरी ने बताया कि ट्रंप को कुछ आपातकालीन मुद्दों के कारण कैलगरी से वाशिंगटन डी.सी. लौटना पड़ा, जिससे बैठक भौतिक रूप से नहीं हो सकी। हालांकि, उन्होंने यह भी जोड़ा कि इसके तुरंत बाद मोदी और ट्रंप के बीच 35 मिनट की टेलीफोन वार्ता हुई, जिसमें दोनों नेताओं ने आपसी संबंधों पर विस्तार से चर्चा की।
पुरी ने कांग्रेस पार्टी द्वारा इस घटना को लेकर फैलाए जा रहे भ्रामक और झूठे आख्यानों की आलोचना की। उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि कांग्रेस पार्टी हमेशा भारत को नीचा दिखाने के तरीकों की तलाश में रहती है।” यह बयान उस समय आया है जब भारत और अमेरिका के बीच संबंधों में हाल के वर्षों में सुधार हुआ है, और दोनों नेताओं के बीच मजबूत व्यक्तिगत रिश्ते रहे हैं, जिसे मीडिया अक्सर “ब्रोमांस” के रूप में वर्णित करता है।
पुरी की टिप्पणियां भारत-अमेरिका संबंधों के ऐतिहासिक संदर्भ में भी महत्वपूर्ण हैं, जो कोल्ड वॉर के दौरान अविश्वास और भारत के परमाणु कार्यक्रम को लेकर तनाव से गुजरे हैं। हाल के दशकों में, दोनों देशों के बीच आर्थिक और रणनीतिक सहयोग में वृद्धि हुई है, लेकिन घरेलू राजनीति में अक्सर अंतरराष्ट्रीय संबंधों को राजनीतिक मुद्दा बनाया जाता है।