Bihar Assembly Monsoon Session: बिहार विधानसभा के मानसून सत्र का तीसरा दिन भी भारी हंगामे की भेंट चढ़ गया। SIR (स्पेशल इलेक्टोरल रिवीजन) मुद्दे पर विपक्षी नेता तेजस्वी यादव के भाषण के दौरान सत्ता और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक हो गई। बुधवार को सदन की कार्यवाही एक बार फिर बाधित रही, और सत्ता पक्ष ने विपक्ष पर गंभीर आरोप लगाए। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम विजय सिन्हा और मंत्री अशोक चौधरी ने विपक्षी दलों, खासकर राजद (RJD) पर तीखा हमला बोला।

मुख्यमंत्री ने जताई नाराजगी
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सदन में विपक्ष के रवैये पर गहरी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा, “आप लोग जैसा हल्ला कर रहे हैं, आज की घटना से पूरा सदन शर्मसार हुआ है। हम सावन में महादेव से प्रार्थना करते हैं कि विपक्ष को सदबुद्धि मिले। यदि भूलवश भाई वीरेंद्र (RJD विधायक) ने अपशब्द बोले हैं, तो उन्हें खेद प्रकट करना चाहिए।” उन्होंने आगे कहा कि दो दिन बाद सदन का सत्र समाप्त हो जाएगा, फिर सभी को चुनाव में जाना है — “जनता तय करेगी कि कौन सही है।” मुख्यमंत्री ने यह भी जोड़ा कि “यह 90 का दशक नहीं है, अब बिहारी का अपमान बर्दाश्त नहीं होगा।”
मंत्री अशोक चौधरी का हमला
राज्य सरकार के वरिष्ठ मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि विपक्ष ने कल भी सदन नहीं चलने दिया। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष के हवाले से कहा कि “विधानसभा अध्यक्ष ने भी विपक्ष से अपील की थी कि वे मर्यादा और तरीके से अपनी बात रखें।” विधानसभा के भीतर आज जो कुछ हुआ, उसे लेकर मंत्री अशोक चौधरी ने राजद विधायकों पर जमकर निशाना साधा।
विजय सिन्हा का तीखा बयान
उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने विपक्ष पर सीधा हमला बोलते हुए कहा, “राजद नेता भाई वीरेंद्र ने जिस प्रकार की भाषा का इस्तेमाल किया, वह शर्मनाक है। सदन में गुंडाराज स्थापित करना चाह रहे हैं ये लोग। SIR (Special Investigation Report) जैसे मुद्दों पर लोगों को गुमराह कर रहे हैं।” उन्होंने कहा कि “जो लोग माफी नहीं मांगेंगे, उन्हें सदन में बैठने का कोई अधिकार नहीं होना चाहिए।”