बिहार की अर्थव्यवस्था और रोजगार सृजन के लिए यह खबर मील का पत्थर साबित हो सकती है। राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (NDDB) की सहायक कंपनी मदर डेयरी (Mother Dairy Bihar) अब बिहार में अपनी उपस्थिति को मजबूत करने जा रही है। शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुंगेर जिले के जमालपुर में 250 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले मदर डेयरी मिल्क प्रोसेसिंग प्लांट का भूमि पूजन किया।

भूमिपूजन समारोह में केंद्रीय पंचायती राज, मत्स्यपालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, बिहार के उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और एनडीडीबी एवं मदर डेयरी के चेयरमैन मीनेश शाही भी मौजूद रहे। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह परियोजना बिहार में दूध उत्पादन और मूल्य संवर्धन के क्षेत्र में नई संभावनाएं खोलेगी। इससे न केवल स्थानीय डेयरी किसानों को सीधा लाभ मिलेगा, बल्कि राज्य के युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।
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मदर डेयरी, जिसकी स्थापना 1974 में “ऑपरेशन फ्लड (Operation Flood)” कार्यक्रम के तहत हुई थी, आज देश की अग्रणी डेयरी कंपनियों में गिनी जाती है। नोएडा मुख्यालय वाली यह कंपनी पहले से ही देशभर में 9 बड़े मिल्क प्रोसेसिंग प्लांट संचालित कर रही है — दिल्ली, मुंबई, नागपुर, पिलखुवा, इटावा, जूनागढ़, कच्छ, तिरुपति और मोतिहारी में। जमालपुर में बनने वाला यह 10वां प्लांट बिहार में डेयरी उद्योग के नए युग की शुरुआत करेगा।
कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बिहार सरकार ने मदर डेयरी को जमालपुर औद्योगिक क्षेत्र में करीब 15 एकड़ जमीन आवंटित कर दी है। परियोजना के लिए आवश्यक आधारभूत सुविधाएं पहले से उपलब्ध हैं, जिससे निर्माण प्रक्रिया तेज़ी से आगे बढ़ेगी। कंपनी का लक्ष्य है कि प्लांट दो वर्षों के भीतर तैयार होकर उत्पादन शुरू कर दे। अनुमान है कि यह संयंत्र प्रतिदिन लाखों लीटर दूध की प्रोसेसिंग करने में सक्षम होगा और स्थानीय डेयरी कोऑपरेटिव्स से सीधा जुड़ाव बनाएगा।






















