मोतिहारी के फेनहारा थाना क्षेत्र के गोबिंदबारा गांव निवासी 50 वर्षीय सुरेश पासवान को पुलिस ने देर रात उनके घर से गिरफ्तार कर बंद कर दिया था. कुछ समय बाद उनकी तबीयत अचानक खराब हो गई. पुलिस ने उन्हें फेनहारा बाजार के एक निजी नर्सिंग होम में इलाज के लिए ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उनकी गंभीर स्थिति देखते हुए उन्हें एसकेएमसीएच मुजफ्फरपुर रेफर कर दिया. वहां इलाज के दौरान सुरेश पासवान की मौत हो गई.
मृतक की पत्नी कांति देवी का कहना है कि गिरफ्तारी के वक्त उनके पति पूरी तरह स्वस्थ थे. उन्हें केवल तबीयत खराब होने की सूचना दी गई, जबकि हकीकत यह है कि पुलिस पिटाई से उनकी जान गई है. मौत की बात सुनते ही इलाके में सनसनी फैल गई. परिजन और ग्रामीण फेनहारा थाने का घेराव कर हंगामा करने लगे. डीएसपी कुमार चन्दन (पकड़ीदयाल) और एसडीओ कीर्तिका मिश्रा ने मौके पर पहुंचकर लोगों को समझाया और स्थिति को नियंत्रित किया गया.पुलिस ने घटना की सीसीटीवी फुटेज के आधार पर मजिस्ट्रेट से जांच कराई जाने की बात कही है. डीएसपी और एसडीओ ने मृतक के भतीजे वकील पासवान से पूरी घटना क्रम की छानबीन की.
जांच में गिरफ्तार अभियुक्त की अस्वस्थता के कारण मौत की संभावना जताई जा रही है, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर सघन जांच की जाएगी. फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है. पुलिस और परिजन दोनों मृतक के शव के पहुंचने का इंतजार कर रहे हैं. मोतिहारी एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया कि घटना का निरिक्षण मेडिकल बोर्ड और मजिस्ट्रेट की निगरानी में पोस्ट-मॉर्टम कराए जाने के बाद होगा. यदि जांच में पुलिस की गलती पाई गई, तो दोषी अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी.
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