मधेपुरा: विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दल जातियों को गोलबंद करने में जुट गये हैं। इसी क्रम में निषाद समाज के नेता और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख मुकेश सहनी रविवार, 2 मार्च को मधेपुरा पहुंचे, जहां उनका जोरदार स्वागत किया गया। इस अवसर पर उन्होंने आलमनगर विधानसभा क्षेत्र में एक विशाल जनसभा को संबोधित किया और समाज के लिए अपनी योजनाओं का जिक्र किया।
मुकेश सहनी ने अपने भाषण में कहा, “जो समाज अपने समाज के व्यक्ति को लीडर बनाता है, वही समाज आगे बढ़ता है। अब लोग मानते हैं कि निषाद समाज मछली मारने वाला नहीं, बल्कि सरकार बनाने वाला है।” उन्होंने आलमनगर विधानसभा क्षेत्र में निषाद समाज की बड़ी संख्या को देखते हुए अपनी आगामी योजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा, “मेरी कोशिश होगी कि आलमनगर से हमारा विधायक हो, ताकि निषाद समाज का प्रभाव राजनीति में और मजबूत हो सके।”
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इस दौरान सहनी ने बिहार की राजनीति में निषाद समाज की भूमिका पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा, “हमने चार विधायक जिताकर यह साबित कर दिया है कि निषाद अब सिर्फ मछली मारने वाला नहीं, बल्कि सरकार बनाने वाला हो गया है। अब हमारी लड़ाई समाज के हक की है और हम इसे हासिल करेंगे।”
सहनी ने आगे कहा कि अगर निषाद समाज के पास 40 विधायक होंगे, तो इसे तोड़ना किसी के लिए आसान नहीं होगा। उन्होंने लोगों से अपील की, “आपकी वोट की ताकत से समाज को शक्ति मिलेगी। अगर आपके पास 40 विधायक होंगे, तो आपका बेटा, आपका भाई उपमुख्यमंत्री भी बन सकता है।”
पूर्व मंत्री और वीआईपी के संस्थापक ने यह भी कहा कि जब निषाद समाज की अपनी सरकार होगी, तब समाज की सभी समस्याओं का समाधान संभव होगा। उन्होंने निषादों के आरक्षण और अधिकारों के लिए संघर्ष जारी रखने की बात की और कहा, “आज हमें ऐसे नेता चुनने की आवश्यकता है जो हमारे समाज के अधिकारों के लिए लड़ सकें।”
सहनी ने उदाहरण के तौर पर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव का उल्लेख किया और कहा, “जब समाज के लोग किसी नेता को लीडर बनाते हैं, तो वह नेता समाज के लिए काम करता है। जैसे लालू यादव को समाज ने नेता बनाया और उन्होंने भी समाज के लिए काम किया।”