JDU MLA Ashok Choudhary: बिहार की राजनीति में एक बार फिर “लापता विधायक” पोस्टर चर्चा में हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मुजफ्फरपुर दौरे से ठीक पहले सकरा विधानसभा क्षेत्र में जदयू विधायक अशोक चौधरी के खिलाफ जनता का गुस्सा फूट पड़ा है। इलाके में जगह-जगह लगे पोस्टरों में लिखा है – “माननीय विधायक लापता हैं, पांच साल में कोई काम नहीं हुआ”। इन पोस्टरों ने स्थानीय राजनीति में हलचल मचा दी है और जदयू के भीतर असंतोष खुलकर सामने आने लगा है।
इन पोस्टरों में अशोक चौधरी को “लापता” बताते हुए जनता ने साफ संदेश दिया है कि विकास कार्य ठप पड़े हैं, सड़कों की स्थिति खराब है और विधायक जनता के संपर्क से गायब हैं। रामपुर कृष्ण पंचायत सहित कई गांवों में लगे इन पोस्टरों को लेकर माहौल गर्म है। ये विरोध ऐसे समय में हुआ है जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मुजफ्फरपुर के दौरे पर आने वाले हैं, जिससे पार्टी की छवि पर भी सवाल उठने लगे हैं।
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स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं ने भी विधायक के खिलाफ नाराजगी जताई है। किसान और सहकारिता प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष रवि भूषण ने कहा कि “विधायक ने पांच साल में एक भी ठोस काम नहीं किया। उनकी निष्क्रियता के कारण मुख्यमंत्री और पार्टी की छवि धूमिल हो रही है।”
जनता का आरोप है कि 2020 के विधानसभा चुनाव के दौरान अशोक चौधरी ने विकास और रोजगार के कई वादे किए थे, लेकिन जीत के बाद वे क्षेत्र से गायब हो गए। सकरा विधानसभा क्षेत्र, जो लंबे समय से नीतीश कुमार के गढ़ के रूप में देखा जाता रहा है, अब जदयू के लिए चुनौती बनता दिख रहा है।
वहीं विधायक अशोक चौधरी ने इस पूरे प्रकरण को विरोधियों की साजिश बताया। उन्होंने कहा – “मैं न पहले लापता था, न अब हूं और न आगे रहूंगा। ये सब अफवाह है जो कुछ दलाल तत्व फैला रहे हैं। अगर मैं लापता हूं तो किसी थाना में गुमशुदगी की रिपोर्ट क्यों नहीं दर्ज की गई? असल में जो लोग मुझ पर आरोप लगा रहे हैं, वे खुद क्षेत्र से लापता हैं।”






















