बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Election 2025) में प्रचार के अनोखे तरीकों ने एक बार फिर सुर्खियाँ बटोरी हैं। नालंदा जिले के हरनौत विधानसभा क्षेत्र में रविवार को कुछ ऐसा दृश्य देखने को मिला, जिसने सोशल मीडिया से लेकर सियासी गलियारों तक हलचल मचा दी। जन सुराज पार्टी के प्रत्याशी कमलेश पासवान को उनके समर्थकों ने दूध से नहलाया और फिर लड्डू से तोल दिया। यह नज़ारा देखकर वहां मौजूद लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी और पूरा माहौल नारों से गूंज उठा — “कमलेश पासवान ज़िंदाबाद” और “जन सुराज पार्टी विजयी हो”।

जानकारी के अनुसार, जन सुराज प्रत्याशी कमलेश पासवान हरनौत क्षेत्र में चुनावी दौरे पर थे। जैसे ही वे सभा स्थल पर पहुंचे, समर्थकों ने पहले उन्हें दूध से स्नान कराया और फिर थालियों में सजे विशाल लड्डुओं से तोलने की रस्म पूरी की। स्थानीय लोगों का कहना था कि यह कार्यक्रम जीत की कामना और उम्मीदवार के प्रति आशीर्वाद का प्रतीक है। भीड़ इतनी ज्यादा थी कि कई घंटे तक पूरे इलाके में जश्न का माहौल बना रहा।
मंदिर बनाकर कितना रोजगार दोगे… खेसारी लाल यादव का रवि किशन पर पलटवार
दिलचस्प यह है कि यह दृश्य कुछ दिन पहले राजद प्रत्याशी खेसारी लाल यादव के वायरल वीडियो की याद दिलाता है, जिसमें उन्हें दूध से नहलाया गया और सिक्कों से तोला गया था। अब उसी तरह की परंपरा को जन सुराज पार्टी ने भी दोहराने की कोशिश की है। राजनीतिक पंडितों का मानना है कि इससे “जन भावनाओं के जरिए प्रचार” का नया ट्रेंड शुरू हो गया है, जिसमें उम्मीदवार को किसी धार्मिक या लोक परंपरा से जोड़कर जनता के बीच उसकी छवि सशक्त करने की कोशिश की जाती है।
कमलेश पासवान पहले से ही नालंदा जिला परिषद के सदस्य हैं और इलाके में उनका अच्छा जनसंपर्क माना जाता है। इस बार जन सुराज पार्टी ने उन्हें हरनौत विधानसभा से टिकट देकर मैदान में उतारा है। पार्टी की रणनीति साफ है — स्थानीय स्तर पर मजबूत चेहरों को आगे कर जनाधार बढ़ाना। नालंदा जैसे राजनीतिक रूप से जागरूक जिले में यह प्रयोग इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यहां मतदाता सिर्फ पार्टी नहीं, उम्मीदवार की छवि को भी अहमियत देते हैं।






















