पटना के नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के पीजी इंटर्नशिप छात्रों ने स्टाइपेंड बढ़ाने की मांग को लेकर मुख्य गेट पर जमकर प्रदर्शन किया. मेडिकल छात्रों का कहना है कि अगर उनका स्टाइपेंड 2 दिनों के अंदर नहीं बढ़ाया गया तो मंगलवार से पूरी अस्पताल परिसर में ओपीडी मेडिकल संबंधित कार्य को ठप कर दिया जाएगा.
आरोप है कि पिछले 5 सालों से अधिक समय गुजर जाने के बाद भी नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के इंटर्नशिप छात्रों का रिवाइवल नहीं किया गया है. जो स्टाइपेंड (20,000) उन्हें 5 वर्ष पहले मिलते थे, आज भी वही मिल रहा है. इन लोगों का कहना है कि दूसरे राज्यों में मेडिकल छात्रों को स्टाइपेंड के रूप में इससे दुगनी राशि दी जाती है. इसके खिलाफ छात्रों ने नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के मुख्य गेट पर विरोध प्रदर्शन किया.
स्टैफर बढ़ाने की मांग को लेकर उन्होंने बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे से मिलकर भी अपनी मांग को रखा था. बावजूद इसके स्वास्थ्य मंत्री द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया गया है. मेडिकल छात्रों का कहना है कि अगर उनका स्टाइपेंड 2 दिनों के अंदर नहीं बढ़ाया गया तो मंगलवार से पूरी अस्पताल परिसर में ओपीडी मेडिकल संबंधित कार्य को ठप कर दिया जाएगा. अस्पताल प्रबंधन इन छात्रों से बातचीत कर इस समस्या का समाधान निकालने की कोशिश में जुटा है.






















