मणिपुर में हो रही हिंसा को लेकर विपक्ष लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर है और सरकार से मणिपुर को लेकर जवाब मांग रहा है। इसी क्रम में ”इंडियन नेशनल डेवपलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस” यानी ‘INDIA’ के 21 सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल मणिपुर के लिए रवाना हुआ। सांसद हिंसाग्रस्त क्षेत्रों और राहत शिविरों का दौरा कर जमीनी स्थिति का जायजा लेंगे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राज्य सरकार ने इन 21 सांसदों को इस दौरे की परमिशन नहीं दी है। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि इन नेताओं को एयरपोर्ट पर ही रोका जा सकता है।
विपक्षी सांसद बोले – प्रधानमंत्री मणिपुर को भूल गए हैं, लेकिन हम नहीं भूले
प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि प्रधानमंत्री शायद मणिपुर को भूल गए हैं, लेकिन हम नहीं भूले हैं। हम पीड़ितों के बीच जा रहे हैं। जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद राजीव रंजन सिंह ने कहा कि हम मणिपुर के लोगों से मिलेंगे। राज्य कई महीनों से जल रहा है और वहां शांति बहाल करने की जरूरत है। आरएलडी सांसद जयंत चौधरी ने कहा कि मणिपुर और यहां के लोगों का दर्द समझना प्रधानमंत्री मोदी की जिम्मेदारी है। वे अलग-अलग राज्यों में चुनाव प्रचार कर रहे हैं…हम मणिपुर जाएंगे और लोगों की समस्याएं समझेंगे। लोकसभा में नेता विपक्ष और कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि हम लोग मणिपुर का दुख और पीड़ा जानने जा रहे हैं। सरकार मणिपुर को लेकर सीरीयस नहीं है।