सोमवार 12 फरवरी को जहाँ एक तरफ बिहार में नीतीश सरकार बहुमत परीक्षण में सफल रही ,वहीँ दूसरी तरफ किसान मोर्चा संघ और सरकार के बीच काफी देर तक बैठक का दौर चला। पर कुछ बात नहीं बनी। मीडिया ख़बरों की माने तो MSP (न्यूनतम समर्थन मूल्य) और कर्जमाफी जैसे लंबित मामलों पर अभी भी दोनों पक्ष सहमत नहीं हुए हैं। इन्ही प्रमुख मांगों को लेकर किसानों ने 13 फरवरी को दिल्ली कूच करने का फैसला जारी रखा है। इधर प्रमुख किसान नेताओं के सोशल मीडिया अकाउंट भी ससपेंड कर दिए गए हैं। वहीँ हरियाणा सरकार ने ये चेतावनी भी किसान संघों को दे डाली है की हिंसा में बर्बाद हुए सरकारी सम्पतियों का हिसाब वह किसानों से ही चुकता करेगी।
आज किसान मजदूर मोर्चा (KMM) के संयोजक सरवन सिंह पंढेर ने केंद्रीय मंत्रियों और किसान नेताओं के बीच बैठक के बाद मीडिया के सामने मुखातिब होते हुए कहा , “हम कल सुबह 10 बजे दिल्ली जाएंगे। सरकार के पास कोई प्रस्ताव नहीं था… आंदोलन वहीं हुआ है.’ …हमने कोशिश की कि मंत्रियों के साथ चर्चा से हमारे पक्ष में कुछ निष्कर्ष निकले…सरकार जब भी बातचीत के लिए बुलाएगी, हम जाएंगे।”