कांग्रेस और विपक्ष के नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) इन दिनों अमेरिका दौरे पर हैं और वहां विभिन्न कार्यक्रमों में भाषण दे रहे हैं। उन्होंने अपने भाषणों में विशेष रूप से बीजेपी, पीएम मोदी और आरएसएस पर हमले कर रहे हैं। पहले टेक्सास, फिर वर्जीनिया और उसके बाद वॉशिंगटन में राहुल के बयानों ने राजनीतिक भूचाल मचा दिया है। अब आरक्षण पर दिए राहुल गांधी के बयान पर भाजपा ने आपत्ति जताई है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राहुल गांधी को ‘आरक्षण विरोधी और देश विरोधी’ बताया है।
अमित शाह ने एक्स पर लिखा
अमित शाह ने कहा है कि देशविरोधी बातें करना और देश को तोड़ने वाली ताकतों के साथ खड़े होना राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी की आदत सी बन गई है। चाहे जम्मू-कश्मीर में JKNC के देशविरोधी और आरक्षण विरोधी एजेंडे का समर्थन करना हो, या फिर विदेशी मंचों पर भारत विरोधी बातें करनी हो, राहुल गांधी ने देश की सुरक्षा और भावना को हमेशा आहत किया है।
उन्होंने आगे कहा कि भाषा से भाषा, क्षेत्र से क्षेत्र और धर्म से धर्म में भेदभाव लाने की बात करना राहुल गांधी की विभाजनकारी सोच को दर्शाता है। राहुल गांधी ने देश से आरक्षण को समाप्त करने की बात कह कर कांग्रेस का आरक्षण विरोधी चेहरा एक बार फिर से देश के सामने लाने का काम किया है। मन में पड़े विचार और सोच किसी न किसी माध्यम से बाहर आ ही जाते हैं। मैं राहुल गांधी को बताना चाहता हूँ कि जब तक भाजपा है, आरक्षण को कोई छू भी नहीं सकता और देश की एकता के साथ कोई खिलवाड़ नहीं कर सकता।
राहुल जी झूठ की दुकान खोल कर बैठ गये हैं
वहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी राहुल गांधी के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी है, उन्होंने एक्स पर लिखा है- लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष श्री राहुल गांधी अपने विदेश दौरे के दौरान जिस तरह की भ्रामक, निराधार और तथ्यहीन बातें कर रहे हैं, वह बेहद शर्मनाक और भारत की गरिमा को ठेस पहुँचाने वाली हैं। उन्होंने कहा है कि भारत में सिख समाज को गुरद्वारों में पगड़ी पहनने की इजाज़त नहीं है, उन्हें उनके पंथ के अनुरूप व्यवहार करने से रोका जा रहा है। यह बात एकदम बेबुनियाद और सच्चाई से कोसों दूर है।
भारत की संस्कृति की रक्षा करने में सिख समाज की जो बड़ी भूमिका रही है, उसको पूरा देश मानता है और उनका सम्मान करता है। उनके बारे में इस तरह की मनगढ़न्त बातें करना, विपक्ष के नेता को शोभा नहीं देता। राहुल जी का यह दावा कि एनडीए सरकार आरक्षण को समाप्त कर देना चाहती है, भी एकदम निराधार है। हमारे प्रधानमंत्रीजी ने दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों के कल्याण और विकास के लिए आरक्षण की व्यवस्था को मज़बूत किया है। इसी तरह भारत-चीन सीमा विवाद को लेकर भी जिस तरह के दावे उन्होंने अमरीका की धरती पर किए हैं, वे भी भ्रामक और तथ्यों से परे हैं। लगता है कि मुहब्बत की दुकान चलाते- चलाते राहुल जी झूठ की दुकान खोल कर बैठ गये हैं। इस तरह की ग़लतबयानी से राहुलजी को परहेज़ करना चाहिए।
राहुल गांधी ने क्या कहा था?
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को अमेरिका के जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी में आरक्षण को लेकर बयान दिया था। उन्होंने कहा था, भारत में दलित, आदिवासी और ओबीसी 73 प्रतिशत हैं लेकिन संसाधनों पर उन्हें उनका हिस्सा नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा, “अब ये सिर्फ एकमात्र तरीका नहीं है, इसके अलावा भी दूसरे तरीके हैं। लेकिन भारत जब भेदभाव से मुक्त देश होगा तब हम आरक्षण को ख़त्म करने पर सोचेंगे और भारत भेदभाव से मुक्त देश नहीं है।”