18वीं लोकसभा (18 Loksabha) में इस बार सबसे ज्यादा चर्चा सांसदों के शपथ ग्रहण की हो रही है। सभी अपने-अपने अंदाज में शपथ ले रहे हैं। इस बार सदन में विपक्ष मजबूत है तो वह फुल तेवर में भी दिख रही है। एक ओर जहां विपक्षी सांसदों ने जहां संविधान की कॉपी लेकर शपथ ली तो वहीं कुछ सांसदों ने शपथ के बाद लिए अपने नारों से चर्चा में आ गए। इस दौरान कुछ बहस और तकरार भी हुई।
AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने जय फिलिस्तीन कहा तो उनका विरोध हुआ। वहीं उत्तर प्रदेश के संभल लोकसभा सीट से चुने गए जियाउर्रहमान बर्क ने उर्दू में शपथ ली तो अपना दल (एस) की चीफ और मिर्जापुर लोकसभा सीट से सांसद अनुप्रिया पटेल ने बिगड़ गईं। उन्होंने उर्दू में शपथ लेने की कड़ी आलोचना की।
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संभल से सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क के उर्दू में शपथ लेने पर अनुप्रिया पटेल ने कहा कि ये परंपरा नहीं है, इस परंपरा को बंद कर देना चाहिए। अनुप्रिया पटेल के इस बयान पर सपा सांसद धर्मेंद्र यादव ने जोरदार पलटवार किया। सपा सांसद धर्मेंद्र यादव ने कहा कि अनुप्रिया पटेल को तमिल, तेलगू, उड़िया और कन्नड़ में शपथ लेने वाले सदस्यों से कोई दिक्कत नहीं हुई, जबकि सपा सांसद के उर्दू में शपथ लेने से उनको दिक्कत हो रही है। धर्मेंद्र यादव ने कहा कि जब शुरू किया है तो सुनना भी सीखो, पहले कान को अच्छा लगा रहा था अब क्यों बुरा लग रहा है।