[Team Insider]: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Naredra Modi) ने शनिवार को जिलाधिकारियों (DM) के साथ बातचीत के दौरान कहा कि महत्वाकांक्षी जिले अब देश की प्रगति के लिए बाधाओं को दूर कर रहे हैं। वे बाधाओं के बजाय विकास के त्वरक बन गए हैं। डीएम और कुछ मुख्यमंत्रियों के साथ वर्चुअल बातचीत में पीएम मोदी ने कहा कि केंद्र, राज्यों और स्थानीय प्रशासन की टीम वर्क आकांक्षी जिलों में अच्छे परिणाम दे रही है।
सीधा जुड़ाव के साथ-साथ भावनात्मक जुड़ाव बहुत जरूरी
उन्होंने डीएम से कहा, “आज आकांक्षी जिले देश की प्रगति की बाधाओं को दूर कर रहे हैं। आप सभी के प्रयासों से आकांक्षी जिले बाधाओं के बजाय विकास के त्वरक बन रहे हैं।” पीएम मोदी ने कहा कि आकांक्षी जिलों के विकास के लिए प्रशासन और जनता के बीच सीधा जुड़ाव के साथ-साथ भावनात्मक जुड़ाव बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि शासन के एक प्रकार के ‘ऊपर से नीचे’ और ‘नीचे से ऊपर’ प्रवाह की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इसका एक महत्वपूर्ण पहलू प्रौद्योगिकी और नवाचार है।
देश भर में 112 सबसे कम विकसित जिलों को जल्दी और प्रभावी ढंग से विकसित करने का है लक्ष्य
मोदी ने कहा कि आकांक्षी जिलों के अधिकारी अब बहुत संतुष्टि महसूस करते हैं, जब वे देखते हैं कि लोगों के जीवन में उनके प्रयासों से सुधार हो रहा है। प्रधानमंत्री ने जिलाधिकारियों से कहा कि हर जिले को दूसरों की सफलता से सीखने और उनकी चुनौतियों का मूल्यांकन करने की जरूरत है। पीएम मोदी ने कहा कि आकांक्षी जिलों ने साबित कर दिया है कि कार्यान्वयन प्रक्रिया में तेजी से काम कर रहे हैं। जनवरी 2018 में प्रधानमंत्री द्वारा शुरू किया गया महत्वाकांक्षी जिलों के कार्यक्रम का उद्देश्य देश भर में 112 सबसे कम विकसित जिलों को जल्दी और प्रभावी ढंग से बदलना है। गुजरात, कर्नाटक और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने भी बातचीत में भाग लिया। बातचीत का उद्देश्य विभिन्न सरकारी योजनाओं और कार्यक्रमों के कार्यान्वयन की प्रगति और स्थिति के बारे में प्रत्यक्ष प्रतिक्रिया लेना था।