दुनिया में तीसरे विश्व युद्ध का आगाज हो चूका है, जिसमें रूस और यूक्रेन (Ukraine) एक दुसरे के आमने सामने खड़े है। इस युद्ध सका प्रभाव ना केवल रूस और यूक्रेन में दिख रहा बल्कि अन्य देश के लोग भी इसके वजह से परेशानी में पड़ चुके है। इसी क्रम में भारत भी यूक्रेन में फंसे भारतवासियों को जल्द से जल्द भारत लाना चाहता है।
असम मुख्यमंत्री ने की मांग
बता दें कि असम के करीबन 100 छात्र यूक्रेन में फंसे हुए हैं। वहीं असम सरकार ने यूक्रेन में असम के छात्रों की सुरक्षा के लिए विदेश मंत्रालय से अपील की है। असम सरकार का कहना है कि “हम असम के छात्रों के साथ संपर्क में हैं और जब भारतीय दूतावास असम के छात्रों को अपने पास सुरक्षित ले आएंगा, तभी असम के छात्रों को एयरलिफ्ट के जरिए भारत लाया जा सकेंगा। साथ ही असम मुख्यमंत्री डॉ हिमंत बिस्वा सरमा ने 100 छात्रों की सुरक्षा की व्यवस्था करने हेतु विदेश मंत्रालय से कहा है।
भारतीय छात्र यूक्रेन में फंसे
इस बीच कुछ छात्र असम से यूक्रेन में चिकित्सा विज्ञान की पढाई करने गए थे जो की वहां फंस चुके हैं। छात्रों का कहना है कि फिलहाल के लिए वह सुरक्षित है लेकिन आगे क्या होगा कोई नहीं जनता। लोग डरे हुए है जिस कारण कई लोग बाजारों से खाने पीने का सामान जमा कर रहे हैं और कुछ स्थानीय लोग पड़ोसी देशों में चले गए है। साथ ही यूक्रेन ने सभी उड़ानों को रद्द कर दिया है। बता दें कि भारत का विदेश मंत्रालय यूक्रेन से लगभग 18,000 भारतीयों, छात्रों को वापस लाने के लिए कदम उठा रहा है। हालांकि यूक्रेन में हवाई यात्रा बंद करा दी गई है, जिसके कारण वहां से भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए अलग अलग विकल्पों पर विचार किया जा रहा है।