No Confidence Motion PM Modi Live : कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर तीन दिनों से चर्चा चल रही है। तीन दिनों तक अलग अलग दलों के सांसदों ने अपना अपना मत रखा। कोई विरोध में रहा तो कोई पक्ष में। चर्चा के दूसरे दिन की शुरुआत कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष व वायनाड सांसद राहुल गांधी ने की थी। तो समापन गृह मंत्री अमित शाह के भाषण से हुआ था। बुधवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने चर्चा की शुरुआत की। इसके बाद AIMIM के असदुद्दीन ओवैसी, TMC की महुआ मोइत्रा, चिराग पासवान, प्रिंस पासवान, अधीर रंजन चौधरी, ज्योतिरादित्य सिंधिया सहित कई नेताओं ने अपनी बातें रखीं। सुबह से ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जवाब देने की चर्चा चल रही थी। पीएम मोदी ने संसद में अपना जवाब दिया है। पीएम मोदी द्वारा संसद में दिए भाषण के महत्वपूर्ण बिंदु क्या रहे, वो जानिए।
सब्जियां हिंदू और बकरा मुसलमान : महुआ मोइत्रा
अविश्वास प्रस्ताव के दौरान पीएम मोदी ने क्या कहा
- ईश्वर ने विपक्ष को सुझाया और वो प्रस्ताव लेकर आया। 2018 में भी यह ईश्वर का ही आदेश था, जब विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव लेकर आए थे। उस समय भी मैंने कहा था कि यह हमारी सरकार का नहीं, उन्हीं का फ्लोर टेस्ट है। जब मतदान हुआ था, तब विपक्ष के पास जितने वोट थे, उतने भी वे जमा नहीं कर सके। एक तरह से विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव हमारे लिए शुभ होता है।
- अच्छा होता कि सत्र की शुरुआत के वक्त ही विपक्ष ने गंभीरता से चर्चा में हिस्सा लिया होता। विपक्ष को उन बिलों में कोई रूचि नहीं थी, जो देश के विकास के लिए थे। विपक्ष के कुछ दलों के आचरण-व्यवहार से सिद्ध कर दिया कि देश से बड़ा उनके लिए दल है। आपको देश के भूख की नहीं सत्ता के भूख की चिंता है। देश के भविष्य की नहीं अपने राजनीतिक भविष्य की चिंता है।
- इस डिबेट का मजा ये है कि फील्डिंग विपक्ष ने ऑर्गेनाइज की और चौके-छक्के इधर से लगे। इधर से सेंचुरी लगी, उधर से नो बॉल होता रहा। विपक्ष के साथियों से कहना है कि तैयारी कर के क्यों नहीं आते? पांच साल में भी तैयारी नहीं कर पाए। 2018 में भी कहा था।
- विपक्ष के साथियों को दिखने की इच्छा होती है। आज देश सुन रहा है। लेकिन हर बार विपक्ष ने देश को निराश किया है। विपक्ष के रवैए पर यह कहना है कि जिनके खुद के बहीखाते बिगड़े हुए हैं, वो भी हमसे हमारा हिसाब मांगते हैं।
- 1999 में वाजपेयी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव आया। शरद पवार उस समय नेतृत्व कर रहे थे, उन्होंने लीड किया। 2003 में सोनिया गांधी नेतृत्व कर रही थीं, उन्होंने लीड लिया। लेकिन इस बार अधीर रंजन चौधरी को मौका ही नहीं दिया। वो तो अमित भाई का आभार जिन्होंने अपने वक्त में से मौका दिया। लेकिन अधीर रंजन चौधरी तो गुड़ का गोबर करने में माहिर हैं। हो सकता है कोलकाता से फोन आया हो, इसलिए अधीर भाई का अपमान किया गया। बार बार यही होता है। कभी चुनावों के नाम पर स्थाई रूप से हटा देते हैं। हम अधीर बाबू के प्रति अपनी पूरी संवेदना व्यक्त करते हैं।
- किसी भी देश के इतिहास में एक वक्त ऐसा आता है जब वो पुरानी बंदिशों को तोड़कर नए संकल्प, नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ने के लिए कदम उठाता है। आज भारत के पास हर सपने को सिद्ध करने का अवसर है। इस कालखंड का असर 1000 साल तक रहने वाला है। ऐसे समय हम सभी का फोकस सिर्फ देश का विकास होना चाहिए। यही समय की मांग है।
- विपक्ष का सबसे प्यारा नारा है कि “मोदी तेरी कब्र खुदेगी” लेकिन मेरे लिए इनकी ये भाषा भी टॉनिक है। मुझे लगता है कि विपक्ष को सीक्रेट वरदान मिला है कि ये जिसका बुरा चाहेंगे, उसका भला होगा।
- कांग्रेस के पास न नीति है, न नीयत है और न ही वैश्विक स्थिति को लेकर कोई समझ। कांग्रेस के शासन में भारत गरीबी को बढ़ाता गया। 1991 में देश कंगाल होने की स्थिति में था। लेकिन 2014 के बाद टॉप 5 अर्थव्यवस्थाओं में अपनी जगह भारत ने बना ली। कांग्रेस को लगता होगा कि ये जादू से हुआ है। लेकिन यह प्लानिंग और परिश्रम से देश ने यह मुकाम हासिल किया है। यह निरंतरता बनी रहेगी। आवश्यकता के अनुसार रिफॉर्म होंगे। हम तीसरे नंबर पर पहुंचकर रहेंगे।
- देश का विश्वास है कि 2028 में आप जब अविश्वास प्रस्ताव लेकर आएंगे, तब यह देश पहले तीन में होगा।
- स्वच्छता, डिजिटल इंडिया, मेक इन इंडिया सबका मजाक विपक्ष ने उड़ाया है। कांग्रेस और उनके दोस्तों का इतिहास रहा है कि भारत और इसके सामर्थ्य पर इन्हें कभी भरोसा नहीं रहा है।
- पाकिस्तान सीमा पर हमले करता था। आए दिन आतंकी भेजता था और फिर मुकर जाता था। लेकिन इनका ऐसा प्रेम पाकिस्तान से था कि ये उसपर तुरंत विश्वास कर लेते थे।
- ओड़िशा में 28 सालों से कांग्रेस हार रही है। नागालैंड में 1988 के बाद से कांग्रेस नहीं जीती।
- अभी बेंगलुरु में आप सभी ने यूपीए का अंतिम संस्कार किया है। मुझे आप विपक्ष के लोगों से संवेदना है। लेकिन यूपीए का क्रियाकर्म के दौरान आप सभी खंडहर पर नया तख्त लगाने का जश्न मना रहे थे। दशकों पुरानी खटारा गाड़ी को इलेक्ट्रिकल गाड़ी दिखाने के लिए बड़ा मजमा लगाया था। लेकिन मजमा खत्म होने से पहले ही इसका क्रेडिट लेने के लिए सिर फुटौव्वल चालू हो गई। खुद को जिंदा रखने के लिए इन्हें NDA का ही सहारा लेना पड़ा है। लेकिन घमंड का I पीछा नहीं छोड़ता। इसलिए उसमें दो I लगा दिए। एक 26 दलों का घमंड और दूसरा एक परिवार का घमंड।
- राजनीति के लिए INDIA के भी टुकड़े कर दिए।
- कांग्रेस का कुछ भी इनका अपना नहीं है। झंडा भी चुराया। गांधी नाम भी चुराया। चुनाव चिन्ह भी चुराया। एक परिवार ने सबकुछ अपना ही बताया है। यह गठबंधन इंडिया नहीं घमंडिया गठबंधन है। इनकी बारात में हर कोई दूल्हा बनना चाहता है। सबको प्रधानमंत्री बनना है। इस गठबंधन ने यह भी नहीं सोचा है कि किस राज्य में आप किसके साथ कहां लड़ रहे हैं। जहां हालात बदलेंगे, फिर छुरियां निकलेंगी।
- दरबारवाद के कारण कांग्रेस ने हमेशा महान लोगों का तिरस्कार किया। चंद्रशेखर, अम्बेडकर, जगजीवन राम सभी का तिरस्कार किया।
- कांग्रेस ने इमरजेंसी, बंटवारा, सिखों का नरसंहार बेचा है, शर्म करो नफरत की दुकान वालों, तुमने सेना का सम्मान बेचा है।
- मणिपुर के मुद्दे पर गृह मंत्री ने चर्चा के लिए पत्र लिखा था लेकिन विपक्ष को चर्चा नहीं करनी थी। उन्हें बस राजनीति करनी थी।
- गृहमंत्री ने बताया था कि मणिपुर में अदालत का एक फैसला आया। उसके बाद पक्ष-विपक्ष की स्थिति बनी और हिंसा शुरू हो गई। बहुत से अपराध होने लगे। ये अपराध अक्षम्य है। दोषियों को कड़ी सजा दिलाने के लिए केंद्र और राज्य सरकार प्रयास कर रही है।
- मैं देश के सभी नागरिकों को आश्वास्त करना चाहता हूं कि जिस तरह से प्रयास चल रहे हैं, शांति का सूरज जरूर उगेगा। मैं मणिपुर की महिलाओं से कहना चाहता हूं कि देश आपके साथ है। सदन आपके साथ है। हम सब मिलकर इस चुनौती का समाधान निकालेंगे और वहां फिर से शांति की स्थापना होगी। मणिपुर फिर विकास की राह पर आगे बढ़े।
- यहां सदन में मां भारती के बारे में जो कहा गया है, उसने हर भारतीय की भावना को चोट पहुंचाई है। सत्ता के बिना ऐसा हाल किसी का होता, यह समझ नहीं आ रहा। पता नहीं क्यों कुछ लोगों को भारत मां की मूर्ति की कामना नहीं कर पा रहे हैं। ये वे लोग हैं जो कभी लोकतंत्र तो कभी संविधान की हत्या की बात कर रहे हैं। जो इनके मन में है, वही सामने आया है।
- वो हंगामा कर रहे हैं, जब मां भारती गुलामी की जंजीरों से मुक्त हो रही थी तो उसके तीन टुकड़े कर दिए।
- लोहिया जी ने नेहरू जी पर आरोप लगाया था कि ये कितनी लापरवाही वाली और कितनी खतरनाक बात है कि 30 हजार स्क्वायर किमी वाले क्षेत्र को कोल्ड स्टोरेज में बंद कर छोड़ दिया है।
- नॉर्थ ईस्ट की हर समस्या की जननी कांग्रेस है। वहां की समस्या वहां के लोगों ने नहीं खड़ी की है। बल्कि इसमें योगदान कांग्रेस की सरकार का है।
- हजार साल की गुलामी में भी हमारे देश के लोगों ने अपने विश्वास की लौ नहीं बुझने दी। आज हर भारतीय विश्वास से भरा हुआ है। आज का भारत न झुकता है और दबता है।