आपातकाल 1975 की याद में 25 जून को संविधान हत्या दिवस के रूप में मनाए जाने पर शिवसेना (UBT) नेता संजय राउत ने कहा कि आपातकाल को 50 वर्ष हो गए हैं, लोग भूल चुके हैं। उन्होंने कहा कि इस देश में आपातकाल इसलिए लगाया गया था क्योंकि इस देश में कुछ लोग अराजकता फैलाना चाहते थे। पुलिस और सेना को भड़काया जा रहा था कि सरकार के आदेशों का पालन मत कीजिए। ऐसे में उस समय अगर अटल बिहारी वाजपेयी भी प्रधानमंत्री होते तो भी आपातकाल लगाते।
संजय राउत ने कहा कि पीएम मोदी और बीजेपी को इसलिए बहुमत नहीं मिला क्योंकि वे लोग संविधान को बदलना चाहते थे। यह अल्पमत की सरकार है। मोदी पहले ही बहुमत खो चुके हैं, लेकिन इसका कोई जिक्र नहीं है। 50 साल बाद भी वे आपातकाल की बात कर रहे हैं, इस देश में 10 साल से आपातकाल है, इसे हटाओ।
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संजय राउत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह बालासाहेब ठाकरे के नाम पर वोट मांगते हैं। उन्होंने कहा कि अमित शाह को पता नहीं है कि 1975 में शिवसेना संस्थापक बालासाहेब ठाकरे ने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा लगाए गए आपातकाल का खुलकर समर्थन किया था। इंदिरा गांधी ने देश में आपातकाल लगाने का साहस दिखाया था। उस समय शिवसेना सुप्रीमो बालासाहेब ठाकरे ने इसके लिए खुला समर्थन व्यक्त किया था। आरएसएस ने भी इसका समर्थन किया था।