बिहार में स्मार्ट मीटर को लेकर तो घमासान मचा ही हुआ है, अब यह मुद्दा संसद तक भी पहुंच गया है। दरअसल, पूर्णिया से सांसद पप्पू यादव ने आज संसद में बीपीएल कार्ड (गरीबी रेखा से नीचे परिवारों) का मुद्दा उठाते हुए सरकार को कठघरे में खड़ा किया। पप्पू यादव ने कहा कि गरीबों को बिजली का नया कनेक्शन लेने के लिए वित्तीय बोझ उठाना पड़ रहा है। इसके साथ ही उन्होंने स्मार्ट मीटरों को भी खतरनाक बताते हुए सरकार से इन मुद्दों पर ध्यान देने की अपील की।
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सांसद पप्पू यादव के इस सवाल का जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि सरकार देश भर के प्रत्येक गांव में बिजली पहुंचाने के लिए कई योजनाएं चला रही है। उन्होंने कहा, “कुछ राज्यों में अपवादों को छोड़कर, देश के हर कोने में बिजली पहुंच चुकी है। गरीब परिवारों को भी कनेक्शन दिए जा रहे हैं। यह योजना 2022 में शुरू हुई थी, और एक साल में इसके सकारात्मक नतीजे दिखाई देंगे।”
इसके अलावा, पप्पू यादव ने लोकसभा में रेलवे सुधार और उसके विकास को लेकर भी सवाल उठाए। उन्होंने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से आग्रह किया कि आम, गरीब, एससी, एसटी, ईबीसी वर्ग और प्रतियोगी परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों को रेल यात्रा में रियायत दी जाए। पप्पू यादव के इस सवाल पर रेल मंत्री का प्रतिक्रिया वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें मंत्री अपने माथे को पकड़ते नजर आए।
पप्पू यादव ने रेलवे के अधिकारियों, विशेष रूप से जीएम और डीआरएम के व्यवहार पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि रेलवे की एक बड़ी समस्या यह है कि एक ही परिवार के चार लोगों द्वारा टिकट लेने पर केवल दो टिकट कन्फर्म होते हैं, जिससे यात्रा करने वाले परिवारों को परेशानी होती है। उन्होंने इस मुद्दे पर सुधार की आवश्यकता पर जोर दिया। साथ ही, पप्पू यादव ने यह भी कहा कि पहले ट्रेनों में 12 जनरल कोच होते थे, लेकिन अब उनकी संख्या घटकर केवल दो रह गई है। हालांकि, पप्पू यादव ने सरकार की वंदे भारत ट्रेनों के संचालन की तारीफ भी की और इसे एक सकारात्मक कदम बताया।