बिहार में भारतीय जनता पार्टी और पूर्व मंत्री मुकेश सहनी का विवाद पिछले कई महीनों तक सुर्खियों में रहा। इन सुर्खियों का अंत भाजपा ने सहनी की पार्टी के सभी विधायकों को अपने में मिलाकर अंत किया। जबकि मुकेश सहनी लगातार कहते रहे हैं कि मल्लाह समाज भाजपा को इसके लिए माफ नहीं करेगा। लेकिन भाजपा का नया कदम मुकेश सहनी के इस दावे को भी कमजोर कर सकता है।
विधान परिषद में उम्मीदवार की घोषणा
भारतीय जनता पार्टी ने बिहार में विधान परिषद की दो सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। इसमें पहला नाम हरि सहनी का है। हरि सहनी भी मल्लाह जाति से आते हैं। भाजपा ने हरि सहनी के नाम की घोषणा के साथ ही कम से कम जातीय रण में एक कदम तो बढ़ा ही दिया है। अब कम से कम मुकेश सहनी यह नहीं कह सकते कि मल्लाह जाति के साथ अन्याय हुआ। वहीं बिहार विधान परिषद के लिए दूसरा नाम अनिल शर्मा का है।
केशव मौर्या को मिला मौका
उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में उपमुख्यमंत्री रहे केशव प्रसाद मौर्य हार गए थे। सिराथू सीट से लड़े मौर्या की हार के बाद भी पार्टी का उनपर विश्वास बरकरार रहा है। यूपी विधान परिषद के लिए भाजपा ने नौ उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की है। जबकि महाराष्ट्र से पांच सीटों के लिए भी भाजपा ने उम्मीदवारों के नाम की घोषणा हो गई है।