पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ को भाजपा ने उप राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया है। शनिवार को यह फैसला भाजपा के Parliamentary Board की बैठक में लिया गया। BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष JP Nadda ने जगदीप धनखड़ के नाम की घोषणा की। भाजपा ने उम्मीदवार की घोषणा नामांकन प्रक्रिया समाप्त होने के सिर्फ तीन दिन पहले की है। अभी तक विपक्ष ने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है। उपराष्ट्रपति के लिए चुनाव 6 अगस्त को निर्धारित है। जबकि मतगणना के लिए 11 अगस्त का दिन निर्धारित है। नतीजा भी 11 अगस्त को ही घोषित कर दिया जाएगा।
विवादों से भरा राज्यपाल का कार्यकाल
आमतौर पर राज्यपाल के पद पर बैठे व्यक्ति का विवादों से नाता नहीं रहता है। लेकिन जगदीप धनखड़ का बंगाल में राज्यपाल का कार्यकाल विवादों से भरा हुआ है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ कई मुद्दों पर उनके मतभेद खुलेआम रहे हैं। चुनावों के बाद बंगाल में होने वाली हिंसा पर उन्होंने सीएम ममता बनर्जी की सरकार को जिम्मेदार ठहरा दिया था। इसके अलावा उन्होंने कई बार ममता सरकार को जता दिया कि वो सिर्फ चुप रहने वाले राज्यपाल नहीं है। बदले में ममता बनर्जी ने उन्हें पद से हटवाने की पुरजोर कोशिश की। उनकी पार्टीके पांच सदस्यों का प्रतिनिधिमंडल इसके लिए राष्ट्रपति से भी मिल चुका है।
उम्मीदों को लगा झटका
जगदीप धनखड़ के नाम की घोषणा के साथ कई नामों को झटका लगा है। पिछले दिनों केंद्रीय मंत्रिमंडल से हटे मुख्तार अब्बास नकवी के नाम की चर्चा अगले उपराष्ट्रपति पद के लिए थी। लेकिन अब भाजपा ने नाम पर खुलासा कर दिया है, तो सारे कयास विफल हो गए हैं। वैसे भाजपा को उपराष्ट्रपति पद के लिए वैसा समर्थन मिलने की उम्मीद नहीं है। भाजपा के सहयोगी दलों का क्या रुख होगा, अभी कहना मुश्किल है। मुख्य नजर नीतीश कुमार की पार्टी जदयू पर रहेगी। हालांकि विपक्ष किसे उम्मीदवार बनाता है, इस पर समर्थन देने या नहीं देने का फैसला निर्भर करेगा।
राजस्थान से है धनखड़ का ताल्लुक
भाजपा की ओर से उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बनाए गए जगदीप धनखड़ मूल रूप से राजस्थान से ताल्लुक रखते हैं। बड़े जाट नेता हैं। वीपी सिंह और चंद्रशेखर की सरकार में वे केंद्रीय मंत्री भी रह चुके हैं। वे राजस्थान के झुंझनू लोकसभा सीट से संसद में चुने गए थे। 2019 से वे बंगाल के राज्यपाल हैं।