जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने एक इंटरव्यूह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बड़ा आरोप लगाया था। तमाम विपक्षी दल सत्यपाल मलिक के आरोपों को हथियार बनाकर एक साथ प्रधानमंत्री मोदी पर हमलावर हो गए हैं। इनसब के बीच CBI की तरफ से एक पुराने मामले में सत्यपाल मलिक को मौखिक समन भेजा है। CBI के समन ने आग में घी का काम किया है। विपक्षी दलों के नेताओं का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी पर आरोप लगाने के कारण ही सत्यपाल मलिक के पीछे CBI लगा दिया है। वही अब इनसब बयानबाजियों के बीच गृह मंत्री अमित शाह ने भी एंट्री मार ली है। उन्होंने सत्यपाल मलिक के आरोप का करारा जवाब देते हुए, उनपर सवाल खड़ा किया है।
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सत्यपाल मलिक का आरोप
दरअसल जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने एक इंटरव्यूह में पुलवामा हमले को लेकर बड़ी बात कही थी। उनका कहना है कि उन्होंने सीआरपीएफ के जवानों को ले जाने के लिए गृह मंत्रालय से विमान की मांग की थी। लेकिन गृह मंत्रालय की तरफ से इनकार कर दिया गया था। पुलवामा हमले के बाद उन्होंने इन सभी चूकों को सीधे प्रधानमंत्री मोदी के समक्ष उठाया। तब प्रधानमंत्री ने उन्हें इस बारे में चुप रहने और किसी को न बताने को कहा था। सत्यपाल मालिक के इसी बयान को लेकर सियासी घमासान मचा हुआ है।
अमित शाह का जवाब
सत्यपाल मलिक के बयान पर गृह मंत्री अमित शाह की प्रतिक्रिया सामने है। उन्होंने कहा कि सत्यपाल मलिक की अंतरात्मा उस वक्त क्यों नहीं जागी जब वे सत्ता में थे। बीजेपी से अलग होने के बाद ही उन्हें ये सब बातें क्यों याद आ रही हैं। भाजपा ने ऐसे काई काम नहीं किया है, जिसे उसे छिपाना पड़े।
सत्यपाल मलिक को CBI का समन
बता दें कि CBI ने सत्यपाल मलिक को मौखिक समन भेजा है। दरअसल ये समन जम्मू-कश्मीर में दो प्रोजेक्ट में गड़बड़ियों को लेकर भेजा गया है। इस बारे में सत्यपाल मलिक ने खुद जानकारी दते हुए बताया कि CBI उन्हें एक पुराने भ्रष्टाचार के आरोप में स्पष्टीकरण के लिए मौखिक समन दिया है। उन्हें 27 और 28 अप्रैल को पेश होने के लिए कहा गया है।