गुजरात के अहमदाबाद में साल 2022 से जर्जर हाटकेश्वर ब्रिज (Hatkeshwar Bridge) बंद है। अब इसे तोड़ा जायेगा। 42 करोड़ की लागत से बनाया गया हाटकेश्वर ब्रिज को तोड़ने में 52 करोड़ का खर्च आएगा। अब इसको लेकर सोशल मीडिया पर लोग मोदी सरकार और गुजरात मॉडल पर निशाना साध रहे हैं। कांग्रेस नेता श्री निवास बीवी ने एक्स पर लिखा है कि मुस्कुराइए कि आप गुजरात में हैं।
दरअसल, साल 2017 में अजय इन्फ्रा नाम की कंपनी द्वारा 42 करोड़ की लागत से बनाया गया हाटकेश्वर ब्रिज अब नगर निगम के गले का फांस बना हुआ है। जिस समय इस ब्रिज को बनाया गया था तब कहा गया था कि इस ब्रिज की उम्र 100 साल होगी लेकिन ब्रिज निर्माण के मात्र 5 साल में ही इस ब्रिज की मजबूती पर सवाल उठने शुरू होने के बाद इस ब्रिज का स्टेबिलिटी टेस्ट करवाया गया था। बताया गया कि, अलग-अलग एंजेसी द्वारा दिए गए रिपोर्ट के मुताबिक इस ब्रिज के निर्माण में हल्की गुणवत्ता के मटेरियल इस्तेमाल होने की स्पष्टता के बाद ब्रिज को आवाजाही के लिए संपूर्ण तौर पर बंद करने का फैसला लिया गया था। हाटकेश्वर ब्रिज बनाने वाली कंपनी को ब्लैक लिस्ट कर दिया गया था।
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अहमदाबाद में साल 2022 से जर्जर हाटकेश्वर ब्रिज बंद है। उसके बाद इस ब्रिज को तोड़ गिराने के लिए अब तक 4 बार टेंडर निकाला गया है। अहमदाबाद नगर निगम के टेंडर की यह कहानी भी काफी दिलचस्प रही क्योंकि, इस जर्जर ब्रिज को तोड़ गिरने के लिए जारी किए गए पहले दो बार में किसी भी कांट्रेक्टर ने इंटरेस्ट नहीं दिखाया था। तीसरी बार जब टेंडर निकाला गया तो महाराष्ट्र के एक कांट्रेक्टर ने टेंडर तो भरा लेकिन अंत में वह भी खिसक गया तो मजबूरन इस ब्रिज को गिराने के लिए चौथी बार नगर निगम ने टेंडर निकाला और आख़िरकार राजस्थान के कांट्रेक्टर विष्णुप्रसाद पुंगलिया ने 52 करोड़ रुपये का वर्क ऑर्डर भरकर इस ब्रिज को तोड़ने के लिए इंटरेस्ट दिखाया हुआ है। जिसके बाद आखिरकार अब हाटकेश्वर ब्रीज तोड़े जाने की उम्मीद बनी है।
बताया गया कि, अगले दो हफ्ते में सारे नियमों के मुताबिक ब्रिज तोड़ने के लिए वर्क ऑर्डर जारी किया जाएगा। इस ब्रिज को तोड़ने के लिए 18 महीने का समय लगेगा, जिसके लिए होने वाला खर्च इस ब्रिज को बनाने वाली कंपनी अजय इन्फ्रा से वसूला जाएगा। दो साल से बंद पड़े इस ब्रिज को लेकर स्थानीय लोगों ने कई बार शिकायत की कई आवेदन भी दिए गए थे। कई बार धरना प्रदर्शन किया गया है, लेकिन यह भ्रष्टाचार का ब्रिज ऐसे ही जर्जर हालत में पिछले दो साल से खड़ा है।