भारत पर 200 सालों तक ब्रिटेन का राज रहा है। लेकिन आजाद होने के बाद 75 सालों में भारत की अर्थव्यवस्था ने ब्रिटेन को पछाड़ दिया। ब्रिटेन इस वक्त जीवन-यापन की लागत बढ़ने की वजह से मुश्किल दौर से गुजर रहा है। पहले से अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर पांचवे पायदान पर रहा ब्रिटेन अब छठे स्थान पर आ गया है। इसके साथ ही भारत ब्रिटेन को पीछे छोड़ते हुए दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। भारत की यह सफलता इसलिए भी महत्वपूर्ण हो जाती है क्योंकि 10 साल पहले तक भारत 11वें स्थान पर था।
अमेरिकी डॉलर के आधार पर गणना
2021 के आखिरी तीन महीनों में भारत की अर्थव्यवस्था ब्रिटेन से आगे निकल गई है। इसकी गणना अमेरिकी डॉलर के आधार पर की गई है। वहीं IMF की रिपोर्ट के अनुसार इस साल भारत ने फर्स्ट क्वार्टर में अपनी बढ़त और मजबूत कर ली है।
भारत की तेज रफ्तार
ब्रिटेन और भारत की इकोनॉमी में अंतर लगातार बढ़ रहा है। IMF की रिपोर्ट के अनुसार, मार्च की तिमाही में भारत की अर्थव्यवस्था 854.7 अरब डॉलर थी। वहीं, ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था 816 अरब डॉलर थी। दुनिया भर में Global Recession और Inflation की मार पड़ी हुई है। भारत भी इनसे जूझ रहा है। लेकिन इन चुनौतियों के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ी है।
भारत की इकोनॉमी 13.5 फीसदी
फाइनेंशियल इयर 2021-22 की चौथी तिमाही में भारत की GDP 4.1 फीसदी की दर से बढ़ी थी। जबकि पूरे वित्तीय वर्ष 2021-22 के दौरान GDP Growth rate 8.7 फीसदी रहा था। वहीं नेशनल स्टैटिस्टिकल ऑफिस (NSO) की रिपोर्ट के अनुसार, जून 2022 तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था की Growth rate 13.5 फीसदी रही है।