वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने उन लोगों के साथ सहानुभूति व्यक्त करते हुए बजट 2022 की प्रस्तुति शुरुआत की, जिन्हें COVID19 महामारी के प्रतिकूल स्वास्थ्य और आर्थिक प्रभावों को झेलना पड़ा। उन्होंने 2022-23 के बजट की सराहना करते हुए कहा कि यह अगले 25 वर्षों की आधार रखेगा। चालू वर्ष में भारत की आर्थिक वृद्धि 9.2% होने का अनुमान है, जो सभी बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में सबसे अधिक है।
सामाजिक और आर्थिक विकास में सुधार
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने आज मंगलवार को संसद में 2022 का बजट पेश किया और जिसमें महिलाओं और बच्चों को सशक्त बनाने के लिए सरकार के जोर पर प्रकाश डाला, जिससे उनके बौद्धिक, सामाजिक और आर्थिक विकास में सुधार हो सके। वित्त मंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने महिला एवं बाल विकास मंत्रालय (Ministry of Women and Child Development) की मिशन शक्ति, मिशन वात्सल्य, सक्षम आंगनवाड़ी और पोषण 2.0 जैसी योजनाओं को व्यापक रूप से पुनर्जीवित किया है।
बाल स्वास्थ्य में सुधार
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आगे कहा कि नारी शक्ति के महत्व को स्वीकार करते हुए, महिलाओं और बच्चों के लिए एकीकृत विकास प्रदान करने के लिए 3 योजनाएं शुरू की गईं।
बजट की मुख्य बातें
- वित्त मंत्री ने कहा कि कॉरपोरेट सरचार्ज को 12% से घटाकर 7% किया जाएगा
- जनवरी 2022 के महीने के लिए सकल माल और सेवा कर (जीएसटी) संग्रह 1,40,986 करोड़ रुपये है, जो जीएसटी की स्थापना के बाद से सबसे अधिक है।
- किसी भी आभासी डिजिटल संपत्ति के हस्तांतरण से होने वाली किसी भी आय पर 30% की दर से कर लगाया जाएगा।
- राज्य सरकार के कर्मचारियों के सामाजिक सुरक्षा लाभों में मदद करने और उन्हें केंद्र सरकार के कर्मचारियों के बराबर लाने के लिए केंद्र और राज्य सरकार के कर्मचारियों की कर कटौती सीमा 10% से बढ़ाकर 14% की जाएगीराज्य सरकार के कर्मचारियों के सामाजिक सुरक्षा लाभों में मदद करने और उन्हें केंद्र सरकार के कर्मचारियों के बराबर लाने के लिए केंद्र और राज्य सरकार के कर्मचारियों की कर कटौती सीमा 10% से बढ़ाकर 14% की जाएगी।