सुप्रीम कोर्ट के क्रीमीलेयर पर दिए गए फैसले के खिलाफ 21 अगस्त को भारत बंद का आह्वान किया गया है। अनुसुचित जाति और अनुसुचित जनजाति के आरक्षण के मामले को लेकर बुलाए गए बंद का आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति समेत कई संगठनों ने समर्थन किया है। इस बंद का समर्थन बहुजन समाज पार्टी (BSP) ने भी किया है। पार्टी के महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने कार्यकर्ताओं से इस बंद में भाग लेने और शांति बनाए रखने की अपील की है। हालांकि बिहार में अभी किसी भी दल ने इस बंद के समर्थन में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। इसलिए बिहार में इसका कितना असर रहेगा यह कहना मुश्किल है।
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट की संवैधानिक पीठ ने आरक्षण पर 1 अगस्त को बड़ा फैसला दिया था और राज्यों को अनुसुचित जाति और अनुसुचित जनजाति (SC-ST) के भीतर सब-कैटेगरी बनाने की अनुमति दी थी। कोर्ट ने कहा था कि आरक्षण में उनको प्राथमिकता मिले, जिनको वाकई जरूरत है। सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले ने व्यापक बहस छेड़ दी है और रिपोर्टों में कहा गया है कि भारत बंद का मुख्य उद्देश्य आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को चुनौती देना और इसे उलटने की मांग करना है।
हाई अलर्ट पर सभी जिलों की पुलिस
बंद के दौरान हिंसा की आशंका को देखते हुए पुलिस के आला अधिकारियों ने सभी संभागीय आयुक्त, जिला मजिस्ट्रेट और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के लिए जरुरी दिशा-निर्देश जारी किया है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश को खास तौर पर संवेदनशील माना गया है, जिसके चलते वहां पुलिस को हाई अलर्ट पर रखा गया है। विरोध प्रदर्शन के दौरान जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अधिकारी व्यापक कदम उठा रहे हैं।
भारत बंद के दौरान क्या बंद रहेगा
भारत बंद के दौरान क्या खुलेगा रहेगा और क्या बंद रहेगा इसको लेकर कोई आधिकारिक ऐलान अभी तक नहीं किया गया है। हालांकि ऐसी आशंका है कि भारत बंद के दौरान सार्वजनक परिवहन सेवाओं पर इसका असर पड़ सकता है। हो सकता है कि कुछ जगहों पर प्राइवेट दफ्तर बंद किए जा सकते हैं। भारत बंद के दौरान अस्पताल और एम्बुलेंस जैसी आपातकालीन सेवाएं चालू रहेंगी। बैंक दफ्तर और सरकारी कार्यालय बंद रखने संबंधी अभी तक कोई आदेश सरकार की तरफ से नहीं आया है। इसलिए माना जा रहा है कि बुधवार को बैंक और सरकारी दफ्तर खुले रहेंगे।