371 करोड़ के कौशल विकास घोटाले में गिरफ्तार किए गए आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू को एसीबी कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। रविवार को चंद्रबाबू को विजयवाड़ा कोर्ट में पेश किया गया। इसके बाद टीडीपी अध्यक्ष नायडू को भारी सुरक्षा के बीच राजमुंदरी सेंट्रल जेल लाया गया, जहां वह 23 सितंबर तक न्यायिक हिरासत में रहेंगे। सुरक्षा को देखते हुए जेल में उन्हें स्पेशल रूम में रखा जाएगा। कोर्ट ने उन्हें घर का खाना और दवाइयां उपलब्ध कराने का आदेश भी दिया है।
नारा लोकेश ने लगाया आरोप-ये राजनीतिक प्रतिशोध
नायडू को जेल भेजे जाने के बाद उनके बेटे और टीडीपी महासचिव, नारा लोकेश ने ट्विटर पर एक इमोशनल नोट लिखा। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके पिता को ऐसे अपराध के लिए जेल भेजा गया, जो उन्होंने कभी किया ही नहीं। यह अन्यायपूर्ण है। नारा लोकेश ने लिखा कि मुझे बहुत गुस्सा आ रहा है और मेरा खून खौल रहा है। क्या राजनीतिक प्रतिशोध की गहराई की कोई लिमिट नहीं है? मेरे पिता, जिन्होंने अपने देश, राज्य और तेलुगु लोगों के लिए बहुत कुछ किया है, उनको इस तरह का अन्याय क्यों सहना चाहिए? नारा लोकेश ने लोगों से उनकी लड़ाई में शामिल होने के लिए पुकारा और दुनियाभर के तेलुगु लोगों से समर्थन मांगा। वहीं जनसेना पार्टी के अध्यक्ष पवन कल्याण ने नायडू का समर्थन करते हुए आरोप लगाया कि सीएम वाईएस जगन मोहन रेड्डी राजनीतिक विरोधियों को बदनाम कर अपराधी बताने की कोशिश कर रहे हैं।