देवभूमि कुल्लू में विराजमान भगवान रघुनाथ जी की अयोध्या में होने जा रही रामलला प्राण प्रतिष्ठा में महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। इस प्राण प्रतिष्ठा के लिए भगवान रघुनाथ जी ने अपने मुख्य सेवक महेश्वर सिंह को अयोध्या के लिए भेजा है। इसके साथ ही भगवान रघुनाथ जी ने रामलला मंदिर के लिए चांदी की चरण पादुकाएं भेंट स्वरूप भेजी हैं।
Ram Mandir : क्या है रामनंदी परंपरा? प्राण प्रतिष्ठा के बाद रमलला की पूजा का विधान जानें
अयोध्या के साथ कुल्लू में विराजमान भगवान रघुनाथ जी का गहरा संबंध है। उनका इतिहास अयोध्या के साथ जुड़ा हुआ है। ऐसे में देवभूमि कुल्लू के लोग अयोध्या प्राण प्रतिष्ठा के प्रति उत्साहित हैं।
गुरुवार को भगवान रघुनाथ जी के मूल स्थान रघुनाथपुर से अयोध्या के लिए चरण पादुकाएं रवाना हुई हैं। राजपरिवार सहित भगवान रघुनाथ जी के भक्त यात्रा रवाना होते भावुक हो गए।
देशभर में अयोध्या में भगवान श्रीराम के मंदिर की प्रतिष्ठा समारोह को लेकर जहां उत्सव का माहौल बना हुआ है, वहीं निमंत्रण मिलने वाले धर्माचार्य सहित विशेष अतिथि भी अब अयोध्या के लिए रवाना हो रहे हैं।
भगवान रघुनाथ के छड़ीबरदार महेश्वर सिंह ने बताया कि वह चरण पादुकाएं और अन्य सामान लेकर अब अयोध्या के लिए रवाना हो रहे हैं। भगवान रघुनाथ का अयोध्या से गहरा नाता है और अयोध्या के राजस्व रिकॉर्ड में भी यह सब दर्ज किया गया है। देश भर में भगवान श्रीराम के मंदिर प्रतिष्ठा को लेकर उत्सव का माहौल बना हुआ है।
जय सिया राम के उद्घोष से गूंजी समूची घाटी
जिला कुल्लू के मुख्यालय रघुनाथपुर में भगवान रघुनाथ के मंदिर में गुरुवार को विशेष पूजा-अर्चना कर सैकड़ों की संख्या में भक्तों ने चरण पादुकाओं को अयोध्या के लिए रवाना किया। इस दौरान जय सिया राम के उद्घोष से समूची घाटी गूंज उठी।
मुख्य सेवक महेश्वर सिंह ने बताया कि भगवान रघुनाथ जी के आदेशानुसार वह चरण पादुकाएं और अन्य सामान लेकर अयोध्या के लिए रवाना हो रहे हैं। अयोध्या में होने वाली रामलला प्राण प्रतिष्ठा में भगवान रघुनाथ जी की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए यह चरण पादुकाएं भेजी जा रही हैं।
उन्होंने कहा कि भगवान रघुनाथ जी का अयोध्या से गहरा नाता है। उनका इतिहास अयोध्या के साथ जुड़ा हुआ है। ऐसे में देवभूमि कुल्लू के लोग अयोध्या प्राण प्रतिष्ठा के प्रति उत्साहित हैं। इस अवसर पर राजपरिवार के सदस्यों के अलावा कई स्थानीय जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे।