दिल्ली: किसान संगठनों ने आज दिल्ली तक मार्च करने की तैयारी की है। 101 किसानों के ‘जत्थे’ के नेतृत्व में ये मार्च दोपहर 1 बजे शंभू बॉर्डर से शुरू होने वाला है। किसानों के इस मार्च पर चिराग पासवान की पार्टी LJP(R) के सांसद राजेश वर्मा ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि पहले भी कई बार किसानों की ओर से पैदल मार्च किए गए हैं। इससे अराजकता की स्थिति उत्पन्न हो जाती है।
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उन्होंने कहा कि किसानों को 5-10 प्रमुख किसान नेताओं का प्रतिनिधिमंडल बनाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या संबंधित मंत्री से मुलाकात करनी चाहिए। वही एक सकारात्मक तरीका होता है जिसके तहत आप अपनी समस्या के समाधान पर काम कर सकते हैं। बार-बार मार्च निकालना और विरोध दर्ज करना, जाम करना, आम आवाम को परेशान करना उचित तरीका नहीं है। किसान भी एक कदम आगे बढ़ाएं सरकार भी 2 कदम बढ़ाने को तैयार है।
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इससे पहले चिराग पासवान ने भी कहा था कि सरकार किसानों की समस्याओं को सुनने और समाधान निकालने के लिए तैयार है। पिछली बार भी सरकार ने उनकी आपत्तियों को समझते हुए कृषि कानूनों को वापस ले लिया था। पासवान ने इस बात पर जोर दिया कि टकराव के बजाय संवाद ही समाधान का सही तरीका है। उन्होंने किसानों से शांतिपूर्ण तरीके से अपनी मांगें रखने की अपील करते हुए कहा कि मैं आग्रह करूंगा कि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जाए। किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल आकर अपनी मांगें रखे। सरकार उनसे बातचीत करने को तैयार है।