लोकसभा चुनाव के बाद दो राज्यों में चुनाव हुए, जिसमें हरियाणा में भाजपा और कांग्रेस आमने सामने आए। बाजी भाजपा के पक्ष में रही और कांग्रेस लगातार तीसरी बार हरियाणा में विधानसभा चुनाव हार गई। जबकि चुनाव के नतीजों से पहले तक कांग्रेस सरकार बनाने के लिए पूरे आत्मविश्वास में दिख रही थी। लेकिन रिजल्ट उलट गया। इस हार से कांग्रेस के लिए हरियाणा में तो सपने टूटे ही, दूसरे राज्यों पर भी इसका बड़ा असर दिख रहा है।
दरअसल, आने वाले कुछ हफ्तों में महाराष्ट्र में भी विधानसभा चुनाव होना है। जहां, भाजपा के खिलाफ कांग्रेस अपने गठबंधन के साथ लड़ेगी। लेकिन हरियाणा में हार के बाद अब कांग्रेस को उसके साथी दलों ने आंखें दिखानी शुरू कर दी है। शुरुआत उद्धव ठाकरे की ओर से हुई है। पार्टी ने कांग्रेस की साख पर सीधे सवाल उठाए हैं।
उद्धव ठाकरे के पार्टी की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा से सीधी टक्कर में कांग्रेस पिछड़ ही जाती है। इसलिए कांग्रेस को अपनी रणनीति पर विचार करना चाहिए।
हरियाणा चुनाव के नतीजों के रुझानों पर शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि “मैं भाजपा को बधाई देती हूं क्योंकि इतनी सत्ता विरोधी लहर के बाद भी ऐसा लग रहा है कि वे हरियाणा में सरकार बना रहे हैं। कांग्रेस पार्टी को अपनी रणनीति पर विचार करने की जरूरत है क्योंकि जहां भी भाजपा से सीधी लड़ाई होती है, वहां कांग्रेस पार्टी कमजोर हो जाती है।”
हालांकि प्रियंका ने आगे कहा कि “महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव ऐसे मुद्दों पर लड़े जा रहे हैं जो हरियाणा से बिल्कुल अलग हैं। भाजपा ने सत्ता के लिए पार्टियों और परिवारों को तोड़ा। उन्होंने चुनाव आयोग और संविधान का दुरुपयोग किया। महाराष्ट्र के उद्योग महाराष्ट्र से दूसरे राज्यों में ले जाए जा रहे हैं। महाराष्ट्र भावनाओं के आधार पर वोट करेगा।”