कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत हो चुकी है। कांग्रेस के नेता राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा अभियान की शुरुआत करने के लिए राहुल गांधी तमिलनाडु के कन्याकुमारी पहुंच चुके है। वही बुधवार की सुबह राहुल गांधी श्रीपेरंबुदुर में पिता राजीव गांधी के स्मारक पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी है। जिस दौरान राहुल गांधी ने कहा कि नफरत के कारण मैंने पिता खोया, लेकिन अब देश नहीं खो सकता हूं। बताया जा रहा है कि राहुल गांधी का यह यात्रा कही न कही 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारी से जुड़ी है।
150 दिनों का पद यात्रा
बता दें की राहुल गांधी का यह पद यात्रा प्रतिदिन 25 किलोमीटर चल कर, 3570 किलोमीटर चल कर 150 दिन में सफर तय किया जाएगा। वही प्रेम और भाईचारा को फैलाने के लिए कांग्रेस ने भारत जोड़ो यात्रा नाम रखा है। वही राहुल गांधी ने इस यात्रा को हरी झंडी दिखा कर इस पद्द यात्रा को कन्याकुमारी से शुरू कर दी है। यह यात्रा श्रीनगर तक जाएगा।
यात्रा का तीन उद्देश्य
- देश में बढ़ रहे आर्थिक असमानता के खिलाफ पद यात्रा। जसिमे केंद्र की NDA सरकार भी है टार्गेट.
- जाती, धर्म, भाषा, नस्ल और रंग पर बढ़ते भेदभाव और अपराध के खिलाफ पद यात्रा
- केंद्र सरकार द्वारा सत्ता और सरकारी एजेंसियों का दुरुपियोग के खिलाफ मार्च
यात्रा में संभावित यात्री
भारत यात्री- भारत जोड़ो पद यात्रा में राहुल गांधी के साथ 100 ऐसे यात्री रहेंगे जो शुरू से अंत तक उनके साथ चलेंगे. जिसे भारत यात्रा कहा जाएगा।
प्रदेश यात्री- जिस भी प्रदेश में पद यात्रा गुजरेगी और प्रदेश से 100 लोग शामिल होंगे, उसे प्रदेश यात्री कहा जाएगा।
अतिथि यात्री- ऐसा प्रदेश जहां पद यात्रा नहीं होगी, वहा से भी करीब 100 लोग शामिल होंगे, वह अतिथि यात्री कहलाएंगे।