पूर्व केंद्रीय मंत्री मणिशंकर अय्यर का पाकिस्तान प्रेम फिर से जाग गया है। रविवार, 11 फरवरी को मणिशंकर अय्यर ने पाकिस्तानियों को ‘भारत की सबसे बड़ी संपत्ति’ बताया, जबकि पाकिस्तान के साथ बातचीत बंद करने को लेकर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना की।
पाकिस्तान के लाहौर के अलहमरा में फैज महोत्सव के दूसरे दिन 11 फरवरी को भीड़ को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “मेरे अनुभव से पाकिस्तानी ऐसे लोग हैं जो शायद दूसरे पक्ष पर जरूरत से ज्यादा प्रतिक्रिया करते हैं। अगर हम दोस्त बनते हैं तो वे और अधिक दोस्त बन जाते हैं और यदि हम दुश्मन बनते हैं तो वे अधिक दुश्मन हो जाते हैं…मैं कभी ऐसे देश में नहीं गया, जहां मेरा इतनी खुली बांहों से स्वागत किया गया जितना पाकिस्तान में किया गया।”
वहीँ पाकिस्तान की चाटुकारिता में अय्यर ने पीएम मोदी की आलोचना करते हुए कहा, “प्रधानमंत्री मोदी ने पाकिस्तान के साथ बातचीत से इनकार करके सबसे बड़ी गलती की है। इस्लामाबाद में कांग्रेस सरकार और भाजपा सरकार में पांच भारतीय उच्चायुक्त थे और वे सभी एकमत थे कि हमारे मतभेद जो भी हों, हमें पाकिस्तान के साथ बातचीत बंद नहीं करनी चाहिए। पिछले 10 वर्षों में हमने जो सबसे बड़ी गलती की है, वह है इनकार करने वाला संवाद। हमारे पास आपके खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक करने का साहस है, लेकिन मेज पर बैठकर बात करने का साहस नहीं है।” भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत पर अय्यर ने कहा, “दोनों देशों को तब तक बातचीत जारी रखनी चाहिए जब तक सरकारें जाग न जाएं। मेरा सुझाव है कि व्यापारी, छात्र और शिक्षाविदों को सरकारों को दरकिनार करते हुए भारत और पाकिस्तान के बाहर बैठकें जारी रखनी चाहिए।”
कांग्रेस के मणिशंकर अय्यर ने भारत की निर्वाचन प्रणाली पर भी सवाल उठाते हुए कहा,”पीएम मोदी को कभी भी एक तिहाई से अधिक वोट नहीं मिले, लेकिन हमारी प्रणाली ऐसी है कि अगर उनके पास एक तिहाई वोट हैं तो उनके पास दो-तिहाई सीटें हैं।”
नोट: ये खबर पाकिस्तानी अखबार ‘द डॉन’ की रिपोर्ट के आधार पर लिखा गया है।