कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान का दिल्ली की सीएम आतिशी को पत्र लिखने पर कांग्रेस सांसद ने कहा कि यह सिर्फ चुनावी स्टंट है और कुछ नहीं है। ये दोनों ही पार्टियां किसान विरोधी हैं। इन दोनों पार्टियों को किसानों के लिए आगे आना चाहिए और किसानों की मांग को पूरा करना चाहिए। मैं समझता हूं कि कृषि मंत्री को यह पत्र पंजाब, उत्तर प्रदेश सहित उन राज्यों के मुख्यमंत्रियों को भी लिखना चाहिए, जहां किसानों की मांगों को अनदेखा किया जा रहा है।
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कांग्रेस नेता सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि AAP भाजपा की बी-टीम है। शिवराज सिंह चौहान को अगर पत्र लिखना ही था तो वे पंजाब, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान सरकार को लिखते क्योंकि यहां ज्यादा संख्या में किसान हैं। दिल्ली में कितने किसान हैं? आज तक केजरीवाल पंजाब के किसानों के पास क्यों नहीं गए हैं? पंजाब के किसान हिन्दुस्तान के किसानों की लड़ाई लड़ रहे हैं और उसमें कोई राजनीति नहीं है।
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दिल्ली में वीर सावरकर के नाम पर इंस्टीट्यूट बनाने पर उन्होंने कहा कि जो अंग्रेजों से माफी लेकर आए उनका इंस्टीट्यूट बनाया जाएगा, लेकिन जो फांसी लेकर आए उनका इंस्टीट्यूट कौन बनाएगा। आजादी के आंदोलन में पंजाब से भी कई लोगों को फांसी हुई थी। इन लोगों के लिए इंस्टीट्यूट कौन बनाएगा। इंस्टीट्यूट बनाना है तो शहीद भगत सिंह, लाला लाजपत राय, सुखदेव सिंह का बनाना चाहिए। मैं समझता हूं कि ऐसे लोगों ने देश के लिए कुर्बानी दी। ऐसे लोगों का इंस्टीट्यूट नहीं बनना चाहिए जो माफी मांग कर आए थे।