आज चार राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजे का दिन है। वोटों की गिनती अभी भी जारी है। जिसमें से कांग्रेस के लिए सबसे अच्छी खबर तेलंगाना से आई है। जहाँ कांग्रेस की जीत लगभग तय हैं। वहीं बीआरएस जीत की हैट्रिक लगाने से चूक गई। बात करें भाजपा की तो उसके लिए भी तेलंगाना में द्वार खुलते हुए दिखे हैं। भाजपा ने यहाँ पिछली बार से अच्छा प्रदर्शन किया है। बता दें कि 2014 में तेलंगाना राज्य बनने के बाद से अबतक यहाँ एक ही मुख्यमंत्री का शासन है। वो हैं BRS के नेता के.चंद्रशेखर राव। लेकिन इस बार उनकी पार्टी की करारी हार हुई है।
अपनी सीट नहीं बचा सके के.चंद्रशेखर राव
तेलंगाना की 64 सीटों पर कांग्रेस ने बढ़त बनाई हुई है। जबकि बीआरएस 39 सीटों और भाजपा 8 सीटों पर आगे है। सात सीटें एआईएमआईएम और एक सीट सीपीआई के खाते में जाते दिख रही है। BRS के नेता के.चंद्रशेखर राव खुद अपनी सीट नहीं बचा सके। बता दें कि तेलंगाना की कमररेड्डी सीट से BRS के नेता के.चंद्रशेखर राव, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ए. रेवंत रेड्डी और भाजपा के के. वी. रमना रेड्डी चुनावी मैदान में थे। के. वी. रमना रेड्डी ने के.चंद्रशेखर राव को छह हजार से अधिक वोटों से मात दे दी।
2024 के चुनाव पर बड़ा असर
जिन राज्यों के विधानसभा चुनाव हुए हैं, उनके नतीजों का बड़ा असर 2024 के लोकसभा चुनाव में देखने को मिल सकती है। तेलंगाना में असली टकराव कांग्रेस और बीआरएस के बीच है। लेकिन विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने बीआरएस को पटखनी दे दी है। जिसका साफ़ मतलब है कि जनता ने बीआरएस को नकार दिया है। वहीं भाजपा की सीटें पिछली चुनाव से ज्यादा बढ़ी है। अनुमान है कि लोकसभा चुनाव में भी भाजपा को इसका फायदा देखने को मिल सकता है। बात करें 2019 लोकसभा चुनाव में तेलंगाना की 17 सीटों में से 9 सीट पर बीआरएस, 4 सीट पर भाजपा, 3 सीट पर कांग्रेस, 1 सीट पर एआईएमआईएम की जीत हुई थी।