पुलवामा हमले की बरसी से ठीक पहले एक बार फिर बड़े हमले की साजिश का खुलासा हुआ है। इस सन्दर्भ में कुछ समय पहले ही नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से लश्कर-ए-तैयबा से सम्बद्ध रिजाय अहमद नाम के एक आतंकी को गिरफ्तार किया गया था। जानकारी के लिए बता दें कि उक्त आतंकी सेना का एक रिटायर्ड अफसर बताया गया है।
रियाज़ अहमद ने पूछताछ में ये स्वीकार किया है कि लश्कर-ए-तैयबा नाम का ये चर्चित आतंकी संगठन एक बड़ी साजिश की प्लानिंग कर रहा था ,जिसके तहत लश्कर के निशाने पर कई रेलवे स्टेशन के साथ कई नामी ट्रेन भी थे। इसके लिए बकायदा पहले रेकी भी की गई थी। और इस रेकी का काम भी रिजाय को ही दिया गया था। रियाज अहमद जबलपुर से महाकौशल एक्सप्रेस ट्रेन में बैठा था और निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन उतरा था। निजामुद्दीन से रियाज ऑटो पकड़ कर नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंचा था। दिल्ली रेलवे पुलिस ने उसे नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से ही गिरफ्तार भी किया था।दिल्ली पुलिस, जम्मू कश्मीर पुलिस और भारत की जांच एजेंसियां इसी एंगल पर तफ्तीश को आगे बढ़ा रही हैं। पूछताछ में ये खुलासा भी हुआ है कि पाकिस्तान से बड़े पैमाने पर जम्मू कश्मीर में आतंकियों को हथियार भेजे जा रहे हैं। जांच में पता चला है कि रियाज पाकिस्तान में मौजूद लश्कर के कमांडर मंजूर शेख उर्फ शकूर से सीधे संपर्क में था।
दिल्ली पुलिस ने मीडिया हवाले से ये बताया कि यह संगठन जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में आज भी सक्रिय है। उन्होंने बताया कि आरोपी सेना का सेवानिवृत कर्मी है और उसने खुर्शीद अहमद राथर और गुलाम सरवर राथर के साथ मिलकर नियंत्रण रेखा पार आतंकियों से हथियार और गोला-बारूद प्राप्त करने में सक्रीय भूमिका निभाई थी। इस सन्दर्भ में जम्मू-कश्मीर की जांच एजेंसियों ने इस भंडाफोड़ में पांच लोगों को गिरफ्तार भी किया था और उनके कब्जे से पांच एके 47 राइफल, पांच मैगजीन और 16 कारतूस सहित अन्य सामग्री भी बरामद किया था।