सोमवार को राज्यसभा में भारतीय संविधान के 75 वर्ष पूरे होने पर चर्चा होगी। दो दिवसीय बहस सुबह 11 बजे शुरू होगी, जिससे सदन का सामान्य कार्यक्रम रद्द हो जाएगा। उच्च सदन में आज और कल इसपर चर्चा होगी। इस दौरान सदन में हंगामे के भी आसार हैं। इससे पहले लोकसभा में 14 और 15 दिसंबर को संविधान पर चर्चा हुई थी। जिसमें राहुल गांधी, किरन रिजिजू, प्रियंका गांधी, अखिलेश यादव और अंतिम में पीएम मोदी ने अपनी बात रखी थी।
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वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज राज्यसभा में संविधान पर चर्चा बहस की शुरुआत करेंगी। राज्यसभा में संविधान पर चर्चा को लेकर शिवसेना (UBT) नेता संजय राउत ने कहा, “लोकसभा में संविधान के ऊपर चर्चा हो गई अब राज्यसभा में इस पर चर्चा होगी। जो सरकार है वह संविधान के खिलाफ काम कर रही है। चाहे न्यायपालिका हो, चुनाव आयोग हो, राजभवन हो, संसद हो जहां-जहां संविधान की चौकीदारी होनी चाहिए। वहां पर संविधान के बारे में जो भूमिका सरकार ले रही है वो देश के हित में नहीं है। अगर ये सरकार 400 पार कर लेती तो संसद में चर्चा का विषय संविधान को क्यों बदलना जरूरी है उस पर बहस होती, लेकिन 400 पार को ब्रेक लग गया इसलिए हम संविधान पर चर्चा कर रहे हैं।”
आज राज्यसभा में संविधान पर बहस पर कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि संविधान के सभी सकारात्मक और नकारात्मक पहलुओं पर चर्चा की जाएगी। बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर ने जो सपना देखा था,उसे पंडित जवाहरलाल नेहरू ने हकीकत में बदल दिया था। जिस तरह से संवैधानिक पदों का दुरुपयोग किया जा रहा है, जिस तरह से संवैधानिक संस्थानों का दुरुपयोग किया जा रहा है, जिस तरह से दलितों, पिछड़ों पर अत्याचार किया जा रहा है, उन्हें संविधान द्वारा दिए गए उनके अधिकार नहीं मिल रहे हैं। ये सभी मुद्दे होंगे, हर मुद्दे पर चर्चा होगी।
आज पेश नहीं होगा ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ बिल
‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ बिल लोकसभा में सोमवार को पेश नहीं होगा। लोकसभा की संशोधित तालिका में भी यह बिल लिस्ट नहीं है। इस बिल की कॉपी लोकसभा के सभी सांसदों को भेज दी गई है,ताकि वो इसकी स्टडी कर सकें। 20 दिसंबर तक संसद का शीतकालीन सत्र है। अगर सोमवार को इस बिल को लोकसभा में पेश नहीं किया गया,तो ऐसी स्थिति में महज इसे पेश करने के लिए चार दिन शेष रह जाएंगे।