शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने दिवंगत शिवसेना संस्थापक बालासाहेब ठाकरे को भारत रत्न से सम्मानित करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि “बालासाहेब ठाकरे को भारत रत्न से सम्मानित किया जाना चाहिए। उनकी विचारधारा और उनके योगदान को देश कभी नहीं भूल सकता।” हालांकि, इस मांग के साथ राजनीतिक विवाद भी खड़ा हो गया है। संजय राउत ने एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि “जो लोग ट्विटर पर बालासाहेब ठाकरे को श्रद्धांजलि देते हैं, वे सबसे बड़े पाखंडी हैं। शिवसेना बालासाहेब ठाकरे का जीवन है, और इन लोगों ने उस पर हमला किया है।”
शिवसेना नेता संजय निरुपम ने इस मांग पर संजय राउत और शिवसेना (यूबीटी) को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि “बालासाहेब ठाकरे को भारत रत्न जरूर मिलना चाहिए, लेकिन जो लोग यह मांग कर रहे हैं, उन्होंने उनके सिद्धांतों को भुला दिया है। शिवसेना (यूबीटी) ने कांग्रेस से हाथ मिला लिया है और अब वे हिंदुत्ववादी नहीं रहे। इस तरह की मांग उनकी ओर से करना महज एक दिखावा है।”
बालासाहेब ठाकरे को भारत रत्न देने की मांग ने शिवसेना के दोनों धड़ों और उनके सहयोगी दलों के बीच टकराव को और गहरा दिया है। शिवसेना (यूबीटी) के नेता जहां ठाकरे की विरासत को अपने पक्ष में भुनाने की कोशिश कर रहे हैं, वहीं शिंदे गुट और भाजपा ने इसे अवसरवादी राजनीति करार दिया है।
शिवसेना के दो धड़ों में बंटने के बाद से ठाकरे की विचारधारा और विरासत पर वर्चस्व को लेकर खींचतान जारी है। बालासाहेब ठाकरे की छवि एक कट्टर हिंदुत्ववादी नेता की रही है और दोनों धड़े उनकी विरासत को अपने साथ जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं।