कोरोना के एक और वेरिएंट ने देश में दस्तक दे दी है। ओमिक्रॉन के सब-वेरिएंट जेएन.1 का पहला संक्रमित केरल में मिला है। इसके बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों के लिए एडवाइजरी जारी की है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव सुधांश पंत ने राज्य सरकारों को भेजे पत्र में कहा, कोविड की स्थिति पर निगरानी बनाए रखें। राज्यों को त्योहारी सीजन के मद्देनजर बीमारी के फैलाव के जोखिम को कम करने के लिए जरूरी सार्वजनिक स्वास्थ्य उपाय एवं अन्य व्यवस्थाएं करने का निर्देश दिया है।
राज्य सरकारों को मिली सलाह
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों से कहा कि सभी जिलों में कोविड-19 की पर्याप्त जांच सुनिश्चित करें। आरटी-पीसीआर और एंटीजन जांच की हिस्सेदारी बनाए रखना है।
नया सब वेरिएंट क्या और सबसे पहले कहां मिला था ?
जेएन.1, बीए.2.86 ओमिक्रॉन वेरिएंट का उप वंश है। पहली बार अगस्त में यह लक्जमबर्ग में पाया गया था। BA.2.86, यह ‘पिरोला’ संस्करण के रूप में भी जाना जाता है। यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी ) के मुताबिक जेएन.1, बीए.2.86 के समान वंश का भाग है। इसमें अतिरिक्त स्पाइक उत्परिवर्तन –एल455 एस है, जिसमें प्रतिरक्षा विरोधी गुण होते हैं।
लक्षण क्या होते हैं?
जेएन.1 सब-वेरिएंट के लक्षण बाकी वेरिएंट की तरह ही हैं। विशेषज्ञ के अनुसार भारत में अधिकतर लोग कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगवा लिए हैं। इस वजह से गंभीर बीमारी का खतरा काफी कम है। वैसे, बुजुर्गों और बच्चों को सतर्कता बरतने की जरूरत है।
महामारी की दवा?
विशेषज्ञ कहते हैं कि डॉक्टर अब तक कोरोना की जो दवाएं चला रहे हैं, वही जेएन.1 सब-वेरिएंट में भी कारगर हैं। कोरोना वैक्सीन का अपडेट वर्जन भी, पहले के हिसाब से अधिक कारगर है।
अब तक कितने मामले मिले?
देश कोरोना के केसों में फिर से बढ़ोतरी दिख रही है। इसके 1828 केस सामने आए हैं। केरल में सबसे अधिक 1634 संक्रमित मिले हैं।
WHO ने दी चेतावनी
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने जेएन.1 को लेकर चेतावनी जारी की है। संगठन में कोविड-19 तकनीकी प्रमुख मारियावान केरखोव ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट किया- मौजूदा कोविड केसों में से करीब 68 प्रतिशत एक्सबीबी सबलाइनेज और जेएन.1 जैसे अन्य ग्रुप के हैं। ऐसे में सभी देश सतर्कता बरतें।