वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों की शुरुआत ने भारतीय रेल में आधुनिकता के नए दौड़ की शुरुआत कर दी है। अत्याधुनिक सुविधाओं से लैश और सेमी हाई स्पीड वनडे भारत को लोगो ने भी खूब सराहा। लेकिन वंदे भारत एक्सप्रेस के महंगे किराए ने भारतीय रेल के इस आधुनिक प्रयोग को निम्न-मध्य आय वर्ग के लोगो के लिए सफर मुश्किल बना है। देश की आम जनता की इसी जरुरत को देखते हुए भारतीय रेलवे एक नई पहल करने जा रही है और वंदे भारत के बाद अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेनों की शुरुआत करने जा रही है। 22 बोगियों वाले इस ट्रेन में ACकोच की बजाय सभी कोच स्लीपर और जेनेरल के है। लेकिन सुविधाएं वंदे भारत जैसी ही आधुनिक है इस ट्रेन की बोगियां CCTV कैमरों से लैश होगी। अत्याधुनिक शौचालय के साथ बोगियों में सेंसर वाले वाटर टैब के साथ गॉर्ड और मेट्रो की तर्ज पर अनाउंसमेंट सिस्टम के इंतजाम इस नई ट्रेन में होंगी। अमृत भारत एक्सप्रेस का किराया भी सामान्य ट्रेनों से कम रखने का प्लान है जिससे देश की आम जनता रेलवे के आधुनिक सुविधाओं का लाभ ले सके।
30 दिसंबर से चलेगी अमृत भारत एक्सप्रेस
शुरू होने वाला अमृत भारत एक्सप्रेस कई मायनो में ख़ास है यह देश की पहली अमृत भारत एक्सप्रेस है जो सीधे राम और सीता की जन्मस्थली को जोड़ेगी। इस ट्रेन की शुरुआत की तारीख उस दिन को रखा गया है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या में रामलला के दर्शन के लिए जाएंगे। 30 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या में होंगे और उसी दिन देश की पहली अमृत भारत ट्रेन की शुरुआत होगी जो दरभंगा से अयोध्या होते हुए दिल्ली तक जाएगी। अयोध्या में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2 अमृत भारत एक्सप्रेस को झंडी दिखाएँगे। उनमे से पहली बिहार के दरभंगा से अयोध्या होते हुए दिल्ली जायेगी , तो वंही दूसरी अमृत भारत एक्सप्रेस मालदा से बैंगलुरु जायेगी।
130 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से चलेगी एक्सप्रेस
वंदे भारत की शुरुआत के लम्बे समय के बाद बिहार को पहली वनडे भारत एक्सप्रेस मिला था लेकिन आम देशवासियो के बजट में चलने वाली इस ट्रेन की शुरुआत बिहार से शुरू होने से रेल महकमा खासा उत्साहित है। बिहार झारखण्ड और उत्तरप्रदेश तक फैसले पूर्व मध्य रेल के हाजीपुर मुख्यालय में इस ट्रेन के मिलने का जोश हाई दिख रहा है। इस नई ट्रेन की सभी बोगियां सुरक्षा की दृष्टि से बेहतरीन LHB मॉडल की है और ट्रेन में वंदे भारत की तर्ज पर ही पुल – पुश वाली , आगे पीछे दो अलग अलग इंजन लगा है जिससे ट्रेन की रफ़्तार राजधानी और शताब्दी ट्रेनों को टक्कर देते हुए 130 किलोमीटर प्रति घंटा की होगी। इसका रंग केसरिया होगा। इस ट्रेन को आम लोगो और मजदूर प्रवासियों को ध्यान में रख बनाया गया है जो बिहार, उत्तरप्रदेश के लोगो को बड़े महानगरों से जोड़ेगी।