कांग्रेस के लिए एक बहुत बड़ा झटका लगा है। पूर्व केंद्रीय कानून मंत्री अश्विनी कुमार (Former Union Law Minister Ashwini Kumar) ने मंगलवार को कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। जिससे पार्टी के साथ उनका एक दशक पुराना जुड़ाव समाप्त हो गया। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) को लिखे पत्र में कुमार ने कहा है कि मैं 46 साल के लंबे जुड़ाव के बाद पार्टी छोड़ रहा हूं। मीडिया से बात करते हुए अश्विनी कुमार ने अपने इस्तीफे का कारण बताते हुए कहा कि मैंने लंबे और कठिन विचार किए और इस निष्कर्ष पर आया कि आज जिस तरह से कांग्रेस की आंतरिक प्रक्रियाएं चल रही हैं, मैं अपनी गरिमा और आत्म-सम्मान के अनुरूप अब और जारी नहीं रख सकता।
कांग्रेस वह पार्टी नहीं रही जैसे पहले थी
पूर्व केन्द्रीय कानून मंत्री ने कहा कि मुझे लगा कि मेरे कंधे इतने मजबूत नहीं हैं कि मैं उनका भार उठा सकूं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस वह पार्टी नहीं रही जैसे पहले थी। हमारे पास पार्टी का नेतृत्व करने के लिए एक परिवर्तनकारी और प्रेरक नेतृत्व नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि मैंने राजनीति नहीं छोड़ी है और न ही सार्वजनिक सेवा से रिटायर्ड हो रहा हूं, मैं राष्ट्र के लिए अपने दायित्वों का निर्वहन करना जारी रखूंगा।
अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता में प्रतिनिधित्व
69 वर्षीय अश्विनी कुमार ने भारत के सबसे कम उम्र के अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल के रूप में कार्य किया है। वह पंजाब से राज्यसभा सांसद भी थे और पिछली यूपीए सरकार में कई विभागों को संभाला था। वह अक्टूबर 2012 से मई 2013 तक कानून और न्याय मंत्री थे। जनवरी 2011 से मई 2013 तक अश्वनी कुमार योजना मंत्रालय में राज्य मंत्री थें फिर विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय और पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय को सम्भाला। वह जनवरी से जुलाई 2011 तक संसदीय मामलों के राज्य मंत्री थे।