उपराष्ट्रपति चुनाव के नतीजों की घोषणा कर दी गई है। उपराष्ट्रपति के चुनाव में NDA के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जगदीप धनखड़ ने जीत हासिल की है। उन्होंने विपक्ष की तरफ से उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा को हरा कर चुनाव जीता है। बता दें की कुल 725 सांसदों ने चुनाव में वोट किया। जगदीप धनखड़ को कुल 528 वोट मिले। वहीं मार्गरेट अल्वा को कुल 182 वोट मिले। 15 वोटों को अमान्य घोषित किया गया। जिसकी जानकारी चुनाव आयोग द्वारा दी गई। 11 अगस्त को जगदीप धनखड़ उपराष्ट्रपति पद की सपथ लेंगे।
जगदीप धनखड़ का राजनीतिक सफर
जगदीप धनखड राजस्थान के जाट समुदाय से ताल्लुक रखते हैं । 1989 में जनता दल से पहली बार राजस्थान के झुंझुनू से सांसद बने। 1990 में चंद्रशेखर की सरकार में संसदीय मामलों के राज्य मंत्री के रूप में भी काम किया। 1993 में कांग्रेस के टिकट पर राजस्थान के किशनगढ़ से विधायक बने। साल 2003 में कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हो गए । 2019 में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल बने। राज्यपाल के तौर पर पश्चिम बंगाल की TMC सरकार से टकराव को लेकर हमेंशा चर्चा में रहे। अब वो देश के उपराष्ट्रपति के रूप में कार्य करेंगे।
इन्होंने नहीं दिया वोट
उपराष्ट्रपति पद के चुनाव में TMC भाग लेने से मना कर दिया गया था । ममता बनर्जी ने पहले ये साफ कर दिया था की TMC वोट नहीं करेगी। TMC के 34 सांसदों ने वोट नहीं किया। लेकिन उसके बाद भी TMC दो सांसद शिशिर अधिकारी और दिव्येंदु अधिकारी ने वोट किया। बीजेपी के दो सांसद सनी देवल और संजय धोतर ने स्वास्थ्य कारणों से वोट नहीं दे पाए। SP,शिवसेना के दो BSP के एक सांसद भी वोटिंग में शामिल नहीं हुए।