लोकसभा चुनाव में वोटों की गिनती शुरू होने में 24 घंटे से भी कम समय बचा है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार (Chief Election Commissioner Rajeev Kumar) ने 4 जून को लोकसभा चुनाव के परिणाम घोषित करने के लिए अपनाई जाने वाली मतगणना प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि संपूर्ण मतगणना प्रक्रिया पूरी तरह से मजबूत है। यह घड़ी की सटीकता के समान काम करती है। उन्होंने कहा कि व्यवस्था में कोई समस्या नहीं हो सकती। मानवीय व्यवहार में जरूर समस्या हो सकती हैं। उसको हम डील करेंगे। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार की तरफ से विपक्ष के कई सवालों का जवाब भी दिया गया।
पोस्टल बैलेट की गिनती पहले होगी
मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि पोस्टल बैलेट की जो स्कीम है उसका रूल है 54ए जिसे 1954 में लाया गया था। उन्होंने कहा कि इस संबंध में रूल है वो स्पष्ट रूप से कहता है कि पोस्टल बैलेट की गणना पहले होगी। इसलिए पूरे देश में सभी केंद्रों पर इसकी गणना पहले ही होगी। इस बारे में कोई शंका नहीं है। इसके आधे घंटे के बाद ईवीएम की काउंटिंग शुरू होगी। उन्होंने कहा कि 2019 के आम चुनाव में भी यही हुआ। उसके बाद हुए विधानसभा के चुनाव और यहां तक कि रविवार को अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम के चुनाव में भी यही हुआ।
यह प्रक्रिया 70 सालों से चल रही है
कुमार ने कहा कि कुछ मांग बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल द्वारा की गई थीं। हमनें उनकी सभी मांगें मान लीं। उन्होंने संकेत दिया कि बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल द्वारा उठाए गए अधिकांश मुद्दे चुनाव नियमावली का हिस्सा थे। कुमार ने कहा कि यह प्रक्रिया 70 सालों से चल रही है। हमने हर निर्वाचन अधिकारी/सहायक निर्वाचन अधिकारी को निर्देश दिए हैं। ये हमारे आदेश हैं और ये कोई मजाक नहीं है… सभी को हैंडबुक/नियमावली का पालन करने का निर्देश दिया गया है।
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बता दें कि वोटों की गिनती से पहले विपक्षी धड़े वाले इंडिया गठबंधन ने कल रविवार को चुनाव आयोग से मुलाकात की। इंडिया गठबंधन की तरफ से पोस्टल बैलेट की गिनती से जुड़ा मुद्दा चुनाव आयोग के समक्ष रखा गया। निर्वाचन आयोग से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि 4 जून को ‘इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन’ (EVM) के नतीजों से पहले डाक मत पत्रों की गिनती कर उनके परिणाम घोषित किए जाएं। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि निर्वाचन आयोग को मतगणना प्रक्रिया पर स्पष्ट दिशानिर्देश जारी करना चाहिए और उनका क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए।