बांग्लादेश के ढाका में इस्कॉन राधाकांता मंदिर में गुरुवार को कथित चरमपंथी तत्वों ने तोड़फोड़ की उस देश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के कल्याण के लिए काम करने वाले संगठन द वॉयस ऑफ बांग्लादेशी हिंदुओं ने हमले के दृश्य साझा किए और मदद की अपील की।
पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की
द वॉयस ऑफ बांग्लादेशी हिंदुओं ने एक ट्वीट में कहा, “शब-ए-बारात की रात चरमपंथी फिर से ढाका के वारी राधाकांता इस्कॉन मंदिर पर हमला कर रहे हैं। हम सभी हिंदुओं से मंदिर की रक्षा में अपनी भूमिका निभाने का अनुरोध कर रहे हैं। संगठन ने यह भी दावा किया कि जब चरमपंथी समूह ढाका में इस्कॉन मंदिर पर हमला कर रहे थे तब पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन (एचएएफ) की आधिकारिक वेबसाइट पर एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, हाजी शफीउल्लाह के नेतृत्व में 150 अपराधियों ने 17 मार्च को रात 8 बजे ढाका के वारी थाना के 22 लालमोहन साहा स्ट्रीट पर इस्कॉन मंदिर पर हमला किया। HAF ने अपनी वेबसाइट पर एक विज्ञप्ति में कहा कि मंदिर, मूर्ति, और लूटे गए पैसे और अन्य मूल्यवान चीजें लूट ली गई है। इस हमले के दौरान कम से कम 3 हिंदू भक्त घायल भी हो गए।