यमुना एक्सप्रेस वे के किनारे मथुरा में एक लाल रंग की ट्रॉली बैग को लावारिस हालत में देखते ही लोगों का शक गहराने लगा था। जब पुलिस ने ट्रॉली खोली तो उसमें से एक लाश निकली। दिल्ली की लड़की की लाश मथुरा में फेंकी गई थी और वो भी सूटकेश में बंद कर के। इसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की तो पता चला कि लड़की का नाम आयुषी यादव है। जो दिल्ली से लापता है। हालांकि यह पुलिस को इतनी जल्दी पता नहीं चला क्योंकि लाश के पास से कुछ भी बरामद नहीं हुआ था। इसलिए पुलिस ने शिनाख्त के लिए 8 टीमें बनाईं।
अलग अलग इलाकों में जांच
इस मामले में SP सिटी एमपी सिंह ने मीडिया को बताया कि युवती 17 नवंबर को सुबह घर से निकली थी। 18 नवंबर को यमुना एक्सप्रेस-वे की सर्विस रोड पर शव मिला था। युवती के सिर, हाथ और पैरों में चोट के निशान थे और छाती में गोली मारी गई थी। हमने 8 टीमें शिनाख्त के लिए लगाई। टीमें गुरुग्राम, आगरा, अलीगढ़, हाथरस, नोएडा और दिल्ली तक पहुंचीं। यहां पता चला कि बदरपुर के निवासी नितेश यादव की बेटी आयुषी है।
पिता ही निकला ह’त्यारा
इस मामले में पुलिस को शुरुआत में ही इनपुट मिल गया था कि पिता ही बेटी की हत्या का आरोपी है। फिलहाल आरोपी पिता पुलिस की हिरासत में है और उससे पूछताछ जारी है। साथ ही हत्या में इस्तेमाल हथियार और लाश को ले जाने में प्रयोग की गई कार को बरामद कर लिया है। मामले को सुलझाने के लिए सर्विलांस की टीम ने करीब 20 हजार मोबाइल फोन ट्रेस किए। इन मोबाइलों की लोकेशन भी सर्विलांस की टीम ने खंगाली। जेवर, जाबरा टोल, खंदौली टोल के अलावा हाथरस, अलीगढ़ और मथुरा आने वाले मार्गों पर लगे 210 सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले।
गोरखपुर का रहने वाला परिवार
पुलिस के अनुसार ये परिवार मूल रूप से गोरखपुर जिले का रहने वाला बताया जा रहा है। फिलहाल आयुषी का परिवार दिल्ली के थाना बदरपुर क्षेत्र में रहता था। पिता नितेश यादव की इलेक्ट्रॉनिक की दुकान है।