ऑल इंडिया मुस्लिम जमात ने मुस्लिम समुदाय के युवाओं को नववर्ष का जश्न नहीं मनाने की अपील करते हुए एक फतवा जारी किया है। राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शाहबुद्दीन रजवी बरेलवी ने कहा कि “न्यू ईयर अंग्रेजी वर्ष की शुरुआत है और इसे मनाना गर्व की बात नहीं है।” यह फतवा बरेली स्थित संगठन चश्मे दरफ्ता ने जारी किया है।
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न्यू ईयर मनाने पर पाबंदी
फतवे में मुस्लिम समुदाय के युवक-युवतियों से कहा गया है कि वे नववर्ष का जश्न मनाने से परहेज करें और एक-दूसरे को बधाई भी न दें। मौलाना रजवी ने स्पष्ट किया कि यह परंपरा इस्लामी मान्यताओं से मेल नहीं खाती।
सलमान रुश्दी की किताब पर नाराजगी
इसी बीच, मुस्लिम संगठनों ने सलमान रुश्दी की विवादास्पद किताब द सैटेनिक वर्सेज की भारत में बिक्री शुरू होने पर कड़ी आपत्ति जताई है। जमीयत उलमा-ए-हिंद के उत्तर प्रदेश इकाई के कानूनी सलाहकार मौलाना काब रशीदी ने इसे “ईशनिंदा से भरी किताब” करार दिया। उन्होंने कहा कि “अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर ऐसी किताबें संविधान की आत्मा के खिलाफ हैं। सरकार को इस पर तत्काल पाबंदी लगानी चाहिए।”
संगठनों की अपील
रशीदी ने कहा कि “अगर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता किसी की भावनाओं को आहत करती है, तो वह कानूनन अपराध है।” मुस्लिम संगठनों ने केंद्र सरकार से अपील की है कि किताब की बिक्री पर दोबारा रोक लगाई जाए।