लोकसभा चुनाव 2024 से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश में अलग-अलग राज्यों का दौरा कर रहे हैं। इस दौरान वे सभी राज्यों को करोंड़ो रुपये की विकास परियोनाओं की सौगात दे रहे हैं। इसी सन्दर्भ में आज (9 मार्च) पीएम मोदी ने अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर में दुनिया की सबसे लंबी सुरंग ‘सेला टनल’ का उद्घाटन किया है। इसके अलावा उन्होंने कई अन्य विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया गया है।
‘विकसित भारत, विकसित नॉर्थईस्ट’
पीएम मोदी ने ईटानगर के ‘विकसित भारत, विकसित नॉर्थईस्ट’ समारोह में शामिल होते हुए कहा कि देश के पूर्वोत्तर में पिछले 5 सालों में चार गुणा तेजी से विकास कार्य चल रहे हैं। देशभर में विकसित भारत का राष्ट्रीय उत्सव तेजी के साथ चल रहा है। अरुणाचल प्रदेश में दुनिया की सबसे लंबी टनल का उद्घाटन करके पीएम मोदी ने वहां के लोगों को ये सौगात दी है। अब दुनियाभर के पर्यटक इस टनल को देखने के लिए अरुणाचल प्रदेश पहुंचेंगे। इस टनल का नाम ‘सेला टनल’ रखा गया है। ये 13,000 फुट की ऊंचाई पर बनाई गई है।
तवांग इलाके में बना ये टनल चीन के लिए एक सिरदर्द
सेला टनल परियोजना की शुरुवात फरवरी 2019 में ही हो गई थी, पर कोविड-19 महामारी के चलते काम में देरी हो गई। सेला टनल 13,000 फुट की ऊंचाई पर स्थित है और इसे ₹825 करोड़ की लागत पर सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) द्वारा बनाया गया है। इस परियोजना में दो टनल शामिल हैं – टनल 1 की लंबाई 1,003 मीटर है, और टनल 2 एक 1,595 मीटर का जोड़ीदार ट्यूब टनल है। परियोजना में 8.6 किलोमीटर लंबी दो सड़कें भी शामिल हैं। इस टनल को 3,000 कारों और 2,000 ट्रकों के प्रतिदिन यातायात के लिए डिजाइन किया गया है। इसमें 80 किमी प्रति घंटे की अधिकतम गति से गाड़ी चल सकेंगी। ये टनल इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह तवांग को चीन के सीमा के साथ सभी मौसमों के लिए जोड़ेगा। इससे तवांग तक यात्रा करने का समय कम से कम एक घंटे कम हो जाएगा, जिससे लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल के करीब क्षेत्रों में हथियार, सैनिकों और उपकरणों की तेजी से तैनाती हो सकेगी। अपने नापाक इरादों के साथ पडोसी देश चीन इस टनल के निर्माण के साथ तनाव में तो है हीं, साथ हीं अत्यधिक स्तब्ध भी है और ये कहने में कोई अतिशयोक्ति न होगी कि ये टनल चीन जैसे देश के लिए सिरदर्द साबित हो रही है।
जानें क्या है खास?
- सेला टनल 13,500 फीट से ज्यादा की ऊंचाई पर दो लेन में बनी दुनिया की सबसे बडी सुरंग होगी.
- अरुणाचल प्रदेश के तवांग और वेस्ट कामेंग जिलों को जोड़ेगा टनल 1 और टनल 2.
- टनल की कुल लंबाई है 11.84 किलोमीटर है.
- 1591 मीटर का ट्विन ट्यूब चैनल हो रहा है तैयार, दूसरी सुरंग 993 मीटर लंबी है.
- टनल 2 में ट्रैफिक के लिए एक बाई-लेन ट्यूब और एक एस्केप ट्यूब बनाया गया है. साथ ही इतनी ही लंबाई की एक और सुरंग बनाई गई है, जो किसी आपातकालीन समय में काम आएगी.
- इस टनल पर बर्फबारी का कोई असर नहीं होगा.
- इस प्रॉजेक्ट के चलते दो सड़कें भी बनाई गई हैं.