18 वीं लोकसभा (Loksabha Session) के सत्र में दूसरे दिन कल, 25 जून 2024 को नव निर्वाचित सांसदों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई गई। इस दौरान एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी द्वारा शपथ के बाद लगाए गए नारों को लेकर विवाद गहरा गया। केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता गिरिराज सिंह ने इसको लेकर असदुद्दीन ओवैसी पर निशाना साधा है।
उन्होंने कहा कि ओवैसी ने जिस तरह से संसद में शपथ ली, उससे पूरे देश का अपमान हुआ है। ‘फिलिस्तीन जिंदाबाद’ कहना अपराध है और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। उन्हें संसद से बाहर निकाला जाना चाहिए। केंद्रीय मंत्री गिरीराज सिंह ने कहा कि उन पर कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। वो देश को सीरिया बना देना चाहते हैं।
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हैदराबाद से पांचवीं बार सदस्य निर्वाचित हुए ओवैसी ने उर्दू में शपथ ली। शपथ लेने से पहले उन्होंने दुआ पढ़ी। अपनी शपथ के बाद उन्होंने मुस्लिमों के लिए एआईएमआईएम का नारा बुलंद करने के अलावा अपने राज्य तेलंगाना, बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर के पक्ष में नारा लगाया।
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बवाल जय फिलिस्तीन कहने पर हुआ क्योंकि फिलिस्तीन की चर्चा शपथ ग्रहण के दौरान करना कई सांसदों को नागवार गुजरा। हालांकि प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब ने साफ किया है कि शपथ का मूल पाठ ही रिकॉर्ड में दर्ज किया जा रहा है। ओवैसी के जय फिलिस्तीन कहने पर प्रोटेम स्पीकर ने कहा कि “मैंने पहले भी कहा है कि कृपया शपथ के मूलपाठ के अलावा किसी और चीज का जिक्र करने से बचें। इसका पालन किया जाना चाहिए।”
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संसद से बाहर संवाददाताओं से बात करते हुए ओवैसी ने कहा कि उन्होंने सदन के भीतर “जय फलस्तीन” कहा है। उनका कहना था, “अन्य सदस्य भी अलग-अलग बातें कह रहे हैं मैंने कहा ‘जय भीम, जय मीम, जय तेलंगाना, जय फलस्तीन’। यह कैसे गलत हैं? मुझे संविधान के प्रावधान बताएं? आपको दूसरों की बात भी सुननी चाहिए पढ़िए कि महात्मा गांधी ने फलस्तीन के बारे में क्या कहा था।” यह पूछे जाने पर कि उन्होंने फलस्तीन का उल्लेख क्यों किया, ओवैसी ने कहा, “वे उत्पीड़ित लोग हैं।”